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कोरोना से बचने के लिए ड्रग्स माफिया और अपराधी गिरोहों ने लगाया कर्फ्यू
कोरोना वायरस से दुनिया भर में आतंक और तबाही है। ब्राज़ील भी इससे अछूता नहीं है। लोगों का कहना है कि ब्राज़ील की सरकार सख्ती से लॉकडाउन नहीं कर रही है। और सरकार के उपाय नाकाफी हैं।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से दुनिया भर में आतंक और तबाही है। ब्राज़ील भी इससे अछूता नहीं है। लोगों का कहना है कि ब्राज़ील की सरकार सख्ती से लॉकडाउन नहीं कर रही है। और सरकार के उपाय नाकाफी हैं।
ब्राज़ील के रियो डे जनेरो में सरकार की ढिलाई से आजिज़ आ कर अपराधियों और ड्रग्स माफिया ने मामला अपने हाथ में ले कर अपने प्रभाव वाले इलाकों में जनता कर्फ्यू लागू कर दिया है।
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लोगों का कहना है कि सोशल नेटवर्क के जरिये गिरोहों ने ये संदेश प्रचारित किया कि 22 मार्च की रात 8 बजे से कर्फ्यू लागू किया जाएगा और कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकलेगा।
सख्ती से चेतावनी दी गई कि “कर्फ्यू के दौरान जो भी बाहर दिखाई दिया उसे अच्छी तरह सबक सिखा दिया जाएगा।“ ये भी कहा गया कि “हम जनता का भला चाहते हैं। अगर सरकार के पास क्षमता नहीं है तो फिर संगठित अपराध इसे सुलझा देगा।
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ब्राज़ील में कोरोना का संक्रामण तेजी से फैला है। देश में जांच और इलाज की सुविधाएं बहुत कम हैं। लोगों की चिंता है कि ग्रामीण क्षेत्रों, मलिन बस्तियों और जंगल के इलाकों में बीमारी फैलने से हालात बहुत खराब हो जाएंगे। देश के बड़े शहरों में मलिन बस्तियों की भरमार है जहां पानी जैसी मूलभूत भी नहीं हैं। ऐसे में सरकार के पास सीमित विकल्प ही हैं।
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अब माफिया गिरोहों ने अपने हाथ में कमान ले कार लोगों को बचाने की मुहिम शुरू की है। इसकी वजह ये भी है कि इन्हीं बस्तियों में गिरोहों का प्रभाव है और इनके ‘सैनिक’ इन्हीं बस्तियों के गरीब परिवारों के सदस्य हैं।