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असम में बाढ़ से स्थिति गंभीर, 13 जिलों में अब तक 22 लोगों की मौत
भारी बारिश और बाढ़ के चलते असम में स्थिति गंभीर हो गई है। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ के कारण राज्य के 13 जिलों में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
गुवाहाटी: भारी बारिश और बाढ़ के चलते असम में स्थिति गंभीर हो गई है। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ के कारण राज्य के 13 जिलों में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
इनमें से अधिकांश की मौत डूबने या करंट लगने से हुई है। राज्य की चार लाख से ज्यादा आबादी बाढ़ की चपेट में है। जोरहाट, लखीमपुर और शोणितपुर जिलों में बाढ़ की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है।
काजीरंगा नेशनल पार्क में भी पानी भरा
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी राजीव प्रकाश बरुआ ने बताया कि बाढ़ की चपेट वाले जिलों में राहत शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में 20 हजार से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है। प्रभावित इलाकों में युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है। भारी बारिश के कारण पुरी दुनिया में मशहूर काजीरंगा नेशनल पार्क के निचले इलाकों में पानी भर गया है। ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से फेरी सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं। बरुआ ने बताया कि लगातार बारिश की वजह से पल-पल स्थिति बदल रही है।
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तटबंधों व सड़कों को भारी नुकसान
-असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि लखीमपुर, जोरहाट, करीमगंज, कार्बी-आंग्लांग, शिवसागर, शोणितपुर, होजाई और गोलाघाट जिले के लगभग डेढ़ सौ गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
-लखीमपुर जिले में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर है।
-बाढ़ से लगभग दौ सौ हेक्टेयर में खड़ी फसलें नष्ट हो गई हैं।
-निचले इलाकों में पानी भर जाने की वजह से 15 हजार से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ कर सुरक्षित ठिकानों पर शरण लेनी पड़ी है।
-जोरहाट जिले में स्थित दुनिया के सबसे बड़ी नदी द्वीप माजुली में भी तट कटने के कारण कई जगहों पर तटबंधों और सड़को को नुकसान पहुंचा है।
-सूत्रों ने बताया कि राज्य की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।