TRENDING TAGS :
त्रिपुरा में दुर्गा पूजा का आनंद लेने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा, बांग्लादेश से है कनेक्शन
अगरतला : त्रिपुरा सरकार दुर्गा पूजा के उत्सव का आनंद उठाने वालों और पर्यटकों के लिए एक हेलीकॉप्टर सेवा संचलित करने जा रही है ताकि वे पर्यटन स्थलों और पूजा समारोहों का हवाई दृश्य देख सकें। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी सोमवार को दी।
यह हेलीकॉप्टर सेवा सरकार के स्वामित्व वाले त्रिपुरा सड़क परिवहन निगम (टीआरटीसी) द्वारा संचालित की जाएगी, जो अगरतला और उसके आस पास के क्षेत्र में 20 मिनट की यात्रा के रूप में आयोजित की जाएगी। एक दिन में इसकी छह उड़ानें होंगी।
ये भी देखें:अब नीतीश चले ममता की राह, कहा- दुर्गा मूर्ति विसर्जन 30 सितंबर को ही हो
टीआरटीसी के प्रबंध निदेशक केशब कार ने बताया,"पर्यटन स्थलों और दुर्गा पूजा को देखने के लिए बालिग के लिए 1,600 रुपये और 12 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए 1,400 रुपये किराया तय किया गया है।"
उन्होंने कहा, "यह खुशी की सवारी पवन हंस हेलीकॉप्टर लिमिटेड के आठ सीटों वाले डबल इंजन हेलिकॉप्टरों में आयोजित की जाएगी। यह सेवा मंगलवार से पांच दिनों के लिए होगी।"
यह सेवा केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है और इसे सरकार ने सब्सिडी प्रदान की है।
राज्य सरकार के स्वामित्व वाले पवन हंस हेलीकॉप्टर लिमिटेड, पूर्वोत्तर के दूसरे पर्वतीय राज्यों में भी सब्सिडी दर पर हेलीकॉप्टर सेवा चलाती है।
ये भी देखें:कमल ने कहा- रजनीकांत धार्मिक झुकाव के कारण बीजेपी के हैं करीब
इस बीच, राज्य के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री माणिक देव ने कहा कि पांच दिनों की दुर्गा पूजा के दौरान बिजली की अबाध आपूर्ति को बनाए रखने के लिए मिजोरम, त्रिपुरा को 20 मेगावॉट बिजली प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा,"दुर्गा पूजा के दौरान बिजली की (300 मेगावॉट) भारी मांग के बावजूद, त्रिपुरा बांग्लादेश को 160 मेगावॉट की बिजली की सप्लाई बरकरार रखेगा, क्योंकि यह राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है।"
ये भी देखें:मुस्लिम विश्वविद्यालय ने हिंदू विश्वविद्यालय के समर्थन में किया विरोध प्रदर्शन
दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षा के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। साथ ही अतिरिक्त अधसैन्य बल और राज्य सुरक्षा बलों को भी तैनात कर दिया गया है।
पूजा पंडालों और संवेदनशील इलाकों के पास सीसीटीवी और मेटल डिटेक्टर को लगाया जा रहा है। साथ ही 8,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों और त्वरित प्रक्रिया टीम के साथ बम निरोधक दस्ते को पूरे त्रिपुरा में तैनात कर दिया गया है।