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Dusshera 2022: असत्य पर सत्य की जीत और बुराइयों के दहन के संकल्प के साथ जल गया रावण

2022 Ravana Dahan in India: रावण दहन हो गया। एक बार फिर रावण जल गया। भगवान के हाथों राक्षसराज रावण का वध हो गया।

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Newstrack Network
Published on: 5 Oct 2022 2:04 PM GMT
2022 Ravana Dahan in India
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2022 Ravana Dahan in India (Photo - Social Media)

2022 Ravana Dahan in India: रावण दहन हो गया। एक बार फिर रावण जल गया। भगवान के हाथों राक्षसराज रावण का वध हो गया। शाम छह बजे से रात नौ बजे के बीच पूरे देश में रावण के पुतलों का दहन हो गया। कई जगह बारिश के चलते रावण के पुतले भीग गए या टेढ़े हो गए। कई जगह पुतले गिर गए जिन्हें फिर से खड़ा किया गया। लेकिन कोरोना काल के बाद पहली बार दशहरा मेला में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। लोगों ने पूरी मस्ती के साथ इस उत्सव का आनंद लिया।

देश भर में रावण के पुतलों का दहन कर बुराई. अत्याचार, स्त्रियों के प्रति अपराध करने वालों, निर्बल को सताने वालों, धर्म को कलंकित करने वालों के प्रतिकार का संकल्प लेकर एक साल और आगे बढ़े। ये वो खास दिन है जब देवी ने नौ दिन के युद्ध के बाद दसवें दिन महिषासुर का वध किया था और त्रेता युग में भगवान राम ने रावण का वध किया था। ये युद्ध भी दस दिन चला था। इस दशमी को विजयादशमी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। जब आसुरी शक्तियों का नाश हुआ तो हर ओर जश्न मना लोग नाच गा रहे थे। उस महायुद्ध के उत्सव की याद में आज भी दशहरा का उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है।

इस तिथि को लोग करते हैं शस्त्र पूजन

इस तिथि को लोग शस्त्र पूजन भी करते हैं। दशहरा एक अबूझ मुहूर्त भी है यानी इस मुहूर्त में बिना मुहूर्त देखे शुभ कार्य किये जा सकते हैं। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सदप्रेरणा प्रदान करता है। हम दशानन रूप रावण के रूप में इन बुराइयों को भस्म करते हैं और अच्छे रास्ते पर चलने की प्रेरणा लेते हैं।

बारिश के चलते इस बार कई जगह गले रावण के पुतले

बारिश के चलते इस बार कई जगह रावण के पुतले गल गए या भीगकर टेढ़े हो गए जिससे पुतलों के दहन में दिक्कत भी आई। पटना के गांधी मैदान में रावण दहन से पहले रावण का पुतला अचानक गिर गया। इसके बाद वहां मौजूद भीड़ तालियां बजानी शुरू कर दीं। हालांकि, रावण दहन के लिए आयोजकों ने क्रेन की मदद से फिर से रावण को खड़ा किया और इसके बाद रावण दहन हुआ।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

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