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Jammu Kashmir Earthquake: सुबह-सुबह जम्मू-कश्मीर में डोली धरती, रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई तीव्रता
Jammu Kashmir Earthquake: जम्मू-कश्मीर में आज रविवार 30 अप्रैल की सुबह-सुबह धरती में हिली है। सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई है।
Jammu Kashmir Earthquake: जम्मू-कश्मीर में आज रविवार 30 अप्रैल की सुबह-सुबह धरती में हिली है। सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई है। वहीं, भूकंप के झटकों से लोग दहशत में आ गए, लोग सुबह-सुबह घरों से बाहर निकल आए, हालांकि अच्छी बात ये है कि भूकंप से कहीं से भी किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
जानें कैसे मापा जाता है भूकंप?
बता दें कि भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता को तय किया जाता है। 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर जहां इमारतें गिर जाती हैं वहीं, 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।
भूकंप कब सबसे ज्यादा खतरनाक होता है?
- 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीस्मोग्राफ से ही पता चलता है।
- 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
- 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए।
- 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
- 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
- 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
- 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
- 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी।