TRENDING TAGS :
Earthquake: दिल्ली में फिर भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग
Earthquake: भूकंप का केंद्र उत्तरी दिल्ली रहा है। फिलहाल कहीं से किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है।
Earthquake: दिल्ली में एक बार फिर शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके दोपहर तीन बजकर 36 मिनट पर महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.6 मापी गई। झटके हल्के थे लेकिन इसके बावजूद लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकल आए।
भूकंप का केंद्र उत्तरी दिल्ली रहा। फिलहाल भूकंप से कहीं से किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। आमतौर पर इस समय लोग अपने-अपने घरों में दिवाली की तैयारी में जुटे हुए हैं, ऐसे में भूकंप ने कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल उत्पन्न कर दिया।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां पर ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। प्लेट्स के बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। वहीं जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?
भूकंप का केंद्र उस जगह को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल होती है। इस हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन अधिक होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर सात या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।