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Earthquake: अंडमान – निकोबार में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिएक्टर स्केल पर 4.9 मापी गई त्रीवता

Earthquake. अंडमान – निकोबार द्वीप समूह में शुक्रवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की त्रीवता रिएक्टर स्केल पर 4.9 मापी गई।

Krishna Chaudhary
Published on: 2 Sept 2022 3:04 PM IST
earthquake in gujarat mild tremors magnitude 3 point 5 on richter scale
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Earthquake in Gujarat  (फोटो- सोशल मीडिया)

Earthquake. केंद्र शासित प्रदेश अंडमान – निकोबार द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands) में शुक्रवार दोपहर भूकंप (Earthquake In Andaman and Nicobar) के झटके महसूस किए गए। भूकंप की त्रीवता रिएक्टर स्केल पर 4.9 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, आज दोपहर करीब 12.43 बजे अंडमान – निकोबार द्वीप से 108 किलोमीटर उत्तर – पूर्व डिगलीपुर में भूकंप आया। भूकंप की गराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। हालांकि, अधिकारियों द्वारा अब तक किसी के हताहत होने या नुकसान या जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। बता दें कि इससे पहले इसी साल जुलाई माह में अंडमान – निकोबार द्वीप पर भूकंप आया था। रिएक्टर स्केल पर इसकी त्रीवता 5.0 मापी गई थी।

सुबह – सुबह आए भूकंप के झटके से लोग काफी डर गए थे और वे घरों से बाहर निकल गए थे। नेशलन सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र अंडमान – निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 215 किलोमीटर दूर था। भूकंप के झटके तेज से मगर इससे जानमाल को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा।

इससे एक दिन पहले यानी 4 जुलाई को भी अंडमान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस भूकंप की त्रीवता रिएक्टर स्केल पर 4.4 दर्ज की गई थी। भूकंप का केंद्र राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 256 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था। दरअसल, अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण टूरिस्टों के पसंदीदा गंतव्य स्थल के तौर पर जाने जाने वाले द्विपीय प्रदेश अंडमान निकोबार भूकंप के लिहाज से संवेदनशील श्रेणी में आता है।

क्यों आता है भूकंप ?

धरती चार परतों से बनी होती है। ये परत हैं – इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैनटल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती है। जब इस प्लेट में बहुत अधिक कंपन होने लगती है, तब भूकंप के झटके महसूस होते हैं।



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Deepak Kumar

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