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Maharashtra Politics: फडणवीस से आदित्य ठाकरे की मुलाकात पर भड़के शिंदे,कहा-ऐसे रंग बदलने वालों को पहली बार देखा
Maharashtra Politics: छगन भुजबल से फडणवीस की मुलाकात पर दूसरे डिप्टी सीएम अजित पवार नाराज हुए थे तो आदित्य ठाकरे की इन मुलाकातों पर शिंदे भड़क गए हैं।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में सरकार का गठन होने के बाद भी राजनीतिक हलचलें तेज बनी हुई हैं। विपक्षी नेताओं की ओर से मुख्यमंत्री फडणवीस की तारीफ की जा रही है और हाल के दिनों में मुख्यमंत्री की कुछ विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी हुई है। महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में शिवसेना के उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे की फडणवीस से मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है। आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को भी मुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात की थी। पिछले 35 दिनों के अंदर आदित्य ठाकरे की फडणवीस से तीन मुलाकातें हो चुकी हैं।
सत्तारूढ़ महायुति में शामिल शिवसेना के शिंदे गुट के नेता एकनाथ शिंदे आदित्य ठाकरे की फडणवीस से इन मुलाकातों पर भड़क गए हैं। उन्होंने शिंदे से मुलाकातों पर निशाना साधते हुए कहा कि गिरगिट भी रंग बदलती है मगर रंग बदलने की यह प्रजाति मैंने पहली बार देखी है। उन्होंने उद्धव गुट पर बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचारों के साथ धोखा करने का बड़ा आरोप भी लगाया है। दरअसल शिंदे को उद्धव गुट के साथ फडणवीस की यह मेलजोल पसंद नहीं आ रही है।
फडणवीस दे रहे शिंदे को बड़ा संदेश
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में महायुति को शानदार बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री का नाम तय करने और नई सरकार के गठन में कई दिनों का वक्त लग गया था। एकनाथ शिंदे की ओर से दबाव की राजनीति किए जाने के कारण भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को कड़ा रुख अपनाना पड़ा था। भाजपा नेतृत्व की ओर से मुख्यमंत्री पद पर फडणवीस का नाम तय किया गया था जिससे शिंदे डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने पर मजबूर हो गए।
फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के बाद शिंदे ने मंत्रियों के पदों और विभागों को लेकर भी दबाव बनाया था। वे डिप्टी सीएम पद के साथ गृह मंत्रालय भी चाहते थे। हालांकि भाजपा इसके लिए भी तैयार नहीं हुई। शिंदे की ओर से दबाव की राजनीति किए जाने के कारण फडणवीस खुद को सहज महसूस नहीं कर रहे हैं।
जानकारों का कहना है कि विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मुलाकातों के जरिए वे यह संदेश देना चाहते हैं कि उनके पास दूसरे विकल्प भी मौजूद हैं। छगन भुजबल और आदित्य ठाकरे से उनकी मुलाकातों को इसी कड़ी में देखा जा रहा है।
फडणवीस से आदित्य की मुलाकात पर भड़के शिंदे
छगन भुजबल से फडणवीस की मुलाकात पर दूसरे डिप्टी सीएम अजित पवार नाराज हुए थे तो आदित्य ठाकरे की इन मुलाकातों पर शिंदे भड़क गए हैं। शिंदे ने कहा कि मैंने नहीं सोचा था कि इतने कट्टर आलोचक भी इतनी जल्दी रंग बदल लेंगे। गिरगिट भी रंग बदलने में माहिर होता है मगर इस तरह रंग बदलने वालों की प्रजाति मैंने पहली बार देखी है।
शिंदे ने कहा कि हमें असंवैधानिक मुख्यमंत्री और हमारी सरकार को असंवैधानिक सरकार बताने वाले लोगों ने काफी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचारों के साथ धोखा करने वाले लोगों को महाराष्ट्र के मतदाताओं ने उनकी असली जगह बता दी है। विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं ने ऐसे लोगों को सबक सिखाया है।
जनता ने सिखाया विपक्ष को सबक
शिंदे ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान महाविकास अघाड़ी की जीत का बड़ा दावा किया गया था। अघाड़ी के नेता चुनाव को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे थे मगर महाराष्ट्र की जनता ने महायुति के ढाई साल के काम पर भरोसा जताते हुए पूरा समर्थन दिया। विपक्ष के नेताओं की ओर से महाराष्ट्र के पांच सितारा होटलों की बुकिंग भी की गई थी मगर जनता की ओर से धूल चटाए जाने के बाद होटलों की बुकिंग रद्द करनी पड़ी। स्वार्थ के लिए बाल ठाकरे के विचारों को छोड़ने वालों को जनता ने सबक सिखाया है।
निकाय चुनाव में भी विपक्ष को लगेगा झटका
शिंदे ने कहा कि विधानसभा चुनाव तो सिर्फ ट्रेलर था अभी पिक्चर बाकी है। जल्द ही नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं और इसमें भी महाविकास अघाड़ी के नेताओं को अपनी ताकत का पता लग जाएगा। आने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान महायुति में शामिल दल एक बार फिर अपनी ताकत दिखाने में कामयाब होंगे। शिंदे ने विपक्ष के नेताओं को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को इस बात पर विचार करना चाहिए की जनता ने उन्हें क्यों ठुकरा दिया।