TRENDING TAGS :
मुलायम सिंह 'साइकिल' पर दावा ठोकने पहुंचे चुनाव आयोग, शिवपाल और अमर सिंह भी साथ
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी में पिता और पु्त्र के बीच कई महीनों से चल रही जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। मुलायम सिंह यादव पार्टी के चुनाव चिह्न साइकिल पर अपना दावा ठोकेने के लिए चुनाव आयोग पहुंच चुके हैं। मुलायम के साथ अमर सिंह और शिवपाल यादव भी हैं। चुनाव आयोग जाने से पहले मुलायम सिंह शिवपाल, अंबिका चौधरी और अमर सिंह के साथ दिल्ली स्थित अपने आवास पर बैठक भी की।
अखिलेश गुट पहले ही चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल कर चुका है। आज चुनाव आयोग के सामने जवाब दाखिल करने का आखिरी दिन है। बता दें कि चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों को साइकिल विवाद पर 9 जनवरी तक एफिडेविट देने को कहा था।
मैं ही हूं पार्टी का सुप्रीमो: मुलायम सिंह यादव
समाजवादी परिवार में विवाद को लेकर बीते रविवार को दिन भर समझौते के कयास लगते रहे। कहा जा रहा था कि सीएम अखिलेश यादव ने सुबह उनसे मुलाकात की और पिता-पुत्र के रिश्तों के बीच जमी बर्फ पिघलने लगी है। पर देर शाम दिल्ली में मुलायम सिंह यादव ने इन संभावनाओं को सिरे से यह कह कर खारिज कर दिया। मुलायम सिंह यादव ने रविवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। उन्होंने कहा कि जनेश्वर मिश्र पार्क में 1 जनवरी को बुलाया गया पार्टी का आपातकालीन विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन असंवैधानिक था। रामगोपाल को वो पहले ही 6 साल के लिए पार्टी से निकाल चुके हैं। मैं अभी भी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।
मेरे पास बचे गिनती के विधायक: मुलायम
इससे पहले मुलायम सिंह ने रविवार को कार्यकर्ताओं से कहा था कि सबकुछ अखिलेश के पास है। मेरे पास सिर्फ गिनती के विधायक बचे हैं। अखिलेश मेरा ही बेटा है। क्या कर सकता हूं। वहीं, दिल्ली रवाना होने से पहले सुबह अखिलेश ने इस पूरे विवाद पर अपने पिता मुलायम सिंह यादव से बात भी की थी। इसके बाद वह पार्टी कार्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं से कहा कि सब ठीक हो गया है। आप लोग अपने-अपने क्षेत्र में जाकर चुनावी तैयारियों में जुट जाइए।
7 जनवरी को अखिलेश गुट ने रखा अपना पक्ष
मुलायम सिंह से पहले समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर प्रो. रामगोपाल यादव सपा के सिंबल मामले में अपना पक्ष रखने के लिए शनिवार (7 जनवरी) को नई दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के ऑफिस पहुंचे थे। रामगोपाल ने कहा था कि चुनाव आयोग को हमने कुल 5,731 डेलीगेट्स में से 4,716 डेलीगेट्स के शपथ पत्र सौंप दिए हैं। इसका मतलब यह हुआ कि 90 फीसदी से ज्यादा लोग अखिलेश यादव के साथ हैं। रामगोपाल ने यह भी कहा था कि सपा में चल रहे संग्राम में सुलह की सारी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। अब कोई भी सुलह समझौता नहीं होगा। उन्होंने दावा किया साइकिल सिंबल भी उन्हें ही मिलेगा और वह अखिलेश यादव के नेतृत्व में चुनावी मैदान में जाएंगे।
और क्या कहा था रामगोपाल ने ?
-प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रथम दृष्टया असली समाजवादी पार्टी अखिलेश की है और साइकल चुनाव चिह्न पर हमारा ही अधिकार है।
-229 एमएलए में से 205 हमारे साथ हैं। वहीं 90 फीसदी से अधिक नेता और 24 सांसदो में से 15 सांसदो के हस्ताक्षर वाले पत्र चुनाव आयोग को सौंप दिए गए हैं।
-चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह से जुड़े मुद्दे को सुलझाने के लिए 9 जनवरी तक का वक्त दिया है।
-हमने साइकिल पर अपने दावे को लेकर सभी कागजात चुनाव आयोग के ऑफिस में जमा करा दिए हैं।
2 जनवरी को मुलायम भी पहुंचे थे चुनाव आयोग
-मुलायम सिंह यादव 2 जनवरी को शिवपाल यादव, अमर सिंह, जया प्रदा के साथ चुनाव आयोग पहुंचे थे
-जहां उन्होंने अधिकारियों से 45 मिनट तक मुलाकात की थी।
-मुलाकात के बाद मुलायम ने अधिकारियों को मेमोरेंडम सौंपा, जिसमें पार्टी के चुनाव चिह्न पर उन्होंने दावा किया।