TRENDING TAGS :
शिवराज के लिए खतरे की आहट हो सकते हैं कोलारस और मुंगावली
भोपाल : मध्य प्रदेश के दो विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों की मतगणना का आठवां दौर पूरा हो चुका है और इन दोनों ही स्थानों पर कांग्रेस प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं। आठवें दौर की मतगणना पूरा होने पर कोलारस में कांग्रेस ने 2,609 और मुंगावली में 3,392 वोटों की बढ़त बनाई हुई है।
ये भी देखें :शिवराज के लिए डगर आसान नहीं, कांग्रेस को मिल सकती है संजीवनी !
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, आठवें दौर की मतगणना पूरी होने पर कोलारस में कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह को 30,839 वोट मिले हैं जबकि भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र जैन को 28,230 वोट हासिल हुए।
अशोक नगर की मुंगावली सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह यादव को 30,738 और भाजपा प्रत्याशी बाई साहब को 27,346 वोट हासिल हुए हैं।
ये भी देखें : हे शिवराज ! बुंदेलखंड में गरीब के लिए रोटी और बेटी बनी मुसीबत, कहां हो तुम
इससे पहले कोलारस में पांचवें दौर की मतगणना में कांग्रेस उम्मीदवार को 19,556 और भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र जैन को 17,417 वोट मिले थे। मुंगावली में कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह यादव ने 18,845 और भाजपा उम्मीदवार बाई साहब ने 16,807 वोट हासिल किए थे।
शिवपुरी जिले के कोलारस और अशोक नगर जिले के मुंगावली विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई थी। कोलारस सीट पर मतों की गणना के लिए 23 दौर होंगे जबकि मुंगावली में 19 दौर की मतगणना होगी।
बीजेपुर उपचुनाव : बीजद की रीता साहू जीत की ओर
ओडिशा के बारगढ़ जिले में बीजेपुर उप चुनाव में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) की उम्मीदवार रीता साहू बड़ी जीत की ओर बढ़ रही हैं। रीता अपने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार अशोक पाणिग्रही से 38,269 मतों से आगे हैं। कांग्रेस उम्मीदवार प्रणय साहू तीसरे स्थान पर हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 18वें चरण की मतगणना के बाद बीजद प्रत्याशी रीता साहू को 93,283 मत मिले थे जबकि भाजपा उम्मीदवार अशोक पाणिग्रही को 55,014 मत मिले थे।
कांग्रेस उम्मीदवार प्रणय साहू को मात्र 7,914 मत मिले। इस सीट से इससे पहले कांग्रेस के सुबल साहू विधायक थे। उनके निधन के कारण यहां उप चुनाव हुआ। सुबल साहू की विधवा रीता साहू ने बीजद के टिकट पर उप चुनाव लड़ा और उनके जीतने के पूरे आसार हैं।
इसके परिणाम बीजद, भाजपा और कांग्रेस तीनों के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसे 2019 के आम चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।
भाजपा के अशोक पाणिग्रही साल 2000 में बीजेपुर विधानसभा सीट जीत चुके हैं।