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महाराष्ट्र की सरकार: 42 में से 26 मंत्रियों पर हैं क्रिमिनल केस
Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र के बाद केरल, बिहार, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का स्थान आता है। गंभीर आपराधिक मामलों वाले मंत्रियों को देखें तो महाराष्ट्र इसमें दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी वाला राज्य बन गया है।
Maharashtra Cabinet: महाराष्ट्र की फड़नवीस सरकार में अपराधिक पृष्ठभूमि वाले मंत्रियों की कोई कमी नहीं है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच ने राज्य विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री सहित सभी 42 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया है और बताया है कि 42 मंत्रियों में से 26 (62 फीसदी) मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
जहाँ तक गंभीर आपराधिक मामलों वाले मंत्रियों की बात है तो 17 यानी 40 फीसदी मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। पार्टीवार देखें तो भाजपा के 20 मंत्रियों में से 16 ने अपने खिलाफ अपराधिक मामले बताये हैं। इनमें 10 मंत्रियों ने गंभीर अपराधिक मामले बताये हैं। शिवसेना के 12 मंत्रियों में से 6 ने अपराधिक मामले बताये हैं और इनमें से 3 ने गंभीर मामले स्वीकारे हैं। राकांपा के 10 में 4 मंत्रियों ने अपराधिक मामले बताये हैं और 4 ने ही अपने खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले हलफनामे में बताये हैं। यानी कुल 42 में से 26 ने अपराधिक मामले होना स्वीकार किया है और 17 ने गंभीर मामले होने की बात बताई है। इस संख्या के साथ, महाराष्ट्र में घोषित आपराधिक मामलों वाले मंत्रियों की पांचवीं सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। उन 25 राज्यों में जिनके नवीनतम सरकार के मंत्रियों का डेटा एडीआर द्वारा जारी किया गया है। महाराष्ट्र के बाद केरल, बिहार, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का स्थान आता है। गंभीर आपराधिक मामलों वाले मंत्रियों को देखें तो महाराष्ट्र इसमें दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी वाला राज्य बन गया है। पहले नंबर पर तेलंगाना है जहां 47 फीसदी मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। 43 फीसदी के साथ, दिल्ली इस मामले में महाराष्ट्र के बराबर है। दिल्ली के सात मंत्रियों में से तीन के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं।
हत्या की कोशिश के मामले
महाराष्ट्र में तीन मंत्रियों ने हलफनामे में घोषित किया है कि उनपर आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) के सम्बंधित मामले दर्ज हैं। ये मंत्री हैं : भाजपा के शिवेंद्रराजे अभयसिंहराजे भोंसले जो सतारा सीट से चुनाव जीत कर आये हैं। इन्होंने स्व घोषित हलफनामे में कुल 6 मामलों का जिक्र किया है। भाजपा के ही नितेश नारायण राणे ने 38 मामलों का जिक्र किया है। राणे ने सिन्धुदुर्ग की कंकावली सीट से चुनाव जीता है। इसके अलावा भाजपा के जयकुमार भगवानराव गोरे ने 5 मामलों को घोषित किया है। जयकुमार ने सतारा की मान सीट से चुनाव जीता है। महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों वाले मंत्रियों की बात करें तो कंकावली से भाजपा के नितेश नारायण राणे ने महिलाओं के खिलाफ अपराध (आईपीसी धारा-509) से संबंधित एक मामला घोषित किया है।
वित्तीय पृष्ठभूमि
करोड़पति मंत्री : विश्लेषण किए गए 42 मंत्रियों में से सभी 42 (100 फीसदी) करोड़पति हैं।
औसत संपत्ति: विश्लेषण किए गए 42 मंत्रियों की औसत संपत्ति 47.65 करोड़ रुपये है।
सबसे अधिक संपत्ति: सबसे अधिक घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री मालाबार हिल निर्वाचन क्षेत्र से मंगल प्रभात लोढ़ा हैं, जिनकी संपत्ति 447.09 करोड़ रुपये है।
सबसे कम संपत्ति: सबसे कम घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री राधानगरी निर्वाचन क्षेत्र से अभितकर प्रकाश आनंदराव हैं, जिनकी संपत्ति 1.60 करोड़ रुपये है।
देनदारियां: 39 मंत्रियों ने देनदारियां घोषित की हैं, जिनमें से सबसे अधिक देनदारियों वाले मंत्री मालाबार हिल निर्वाचन क्षेत्र से मंगल प्रभात लोढ़ा हैं, जिनकी देनदारियां 306.22 करोड़ रुपये हैं।
अन्य जानकारियां
मंत्रियों की शिक्षा: 13 (31 फीसदी) मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 8वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 25 (60 फीसदी) मंत्रियों ने स्नातक और उससे अधिक की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है। 4 मंत्री डिप्लोमा धारक हैं।
मंत्रियों की आयु: 13 (31 फीसदी) मंत्रियों ने अपनी आयु 31 से 50 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 29 (69 फीसदी) मंत्रियों ने अपनी आयु 51 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है।
महिला मंत्री: विश्लेषण किए गए 42 मंत्रियों में से 4 (10 फीसदी) मंत्री महिलाएं हैं।