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Fake Accounts: Facebook और Instagram पर फर्जी खातों का नेटवर्क पकड़ा गया, जुटाता था खुफिया जानकारी
Insta Fb Fake Accounts: लगभग 40 खातों वाला ये नेटवर्क मुख्य रूप से सोशल इंजीनियरिंग और फ़िशिंग में लगा हुआ था और लोगों को इंटरनेट पर विभिन्न ऑनलाइन खातों के जरिये अपनी जानकारी देने के लिए धोखा देता था।
Insta Fb Fake Accounts: मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी खातों का एक नेटवर्क बन्द किया है जो "साइबरोट रिस्क एडवाइजरी" नामक एक भारतीय फर्म द्वारा संचालित किया जा रहा था। लगभग 40 खातों वाला ये नेटवर्क मुख्य रूप से सोशल इंजीनियरिंग और फ़िशिंग में लगा हुआ था और लोगों को इंटरनेट पर विभिन्न ऑनलाइन खातों के जरिये अपनी जानकारी देने के लिए धोखा देता था।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, साइबरोट रिस्क एडवाइजरी एक दूसरी भारतीय फर्म है जिसे मेटा ने लोगों के फोन, कंप्यूटर और ऑनलाइन खातों जैसे कि उनके सोशल मीडिया या ईमेल को हैक करने के संदिग्ध प्रयासों में पकड़ा है। ये फर्म कथित रूप से नकली खाते संचालित करती है। फर्म की हैकिंग गतिविधियों को कजाकिस्तान, जिबूती, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका और आइसलैंड जैसे देशों में बिजनेसों, अधिकारियों, वकीलों, डॉक्टरों, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और धर्मगुरुओं पर केंद्रित किया गया था।
साइबररूट वैश्विक निगरानी उद्योग का हिस्सा है जो इंटरनेट पर लोगों को निजी जानकारी देने के लिए टारगेट करता है, उन्हें जानकारी का खुलासा करने और उनके उपकरणों और खातों में घुसपैठ करता है। ये फर्म एक विशाल उद्योग का हिस्सा है जो किसी भी ग्राहक को अंधाधुंध रूप से घुसपैठ सॉफ्टवेयर टूल और निगरानी सेवाएं प्रदान करते हैं, और आमतौर पर विपक्षी राजनेताओं, पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और प्रतिद्वंद्वी व्यवसायों के खिलाफ उपयोग किए जाते हैं।
दुनिया भर के स्पाइवेयर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई
मेटा ने कहा है कि पिछले साल के अंत से, इसने चीन, रूस, इज़राइल, अमेरिका और भारत सहित दुनिया भर के स्पाइवेयर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है, जिन्होंने लगभग 200 देशों और क्षेत्रों में लोगों को लक्षित किया था।
साइबरूट रिस्क एडवाइजरी दूसरी भारतीय फर्म है जिसे मेटा ने पकड़ा है। मेटा ने साइबररूट की गतिविधियों के विस्तार के बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं दी, लेकिन यह कहा कि इस फर्म ने दुनिया भर में टारगेट किये लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए नकली खातों का इस्तेमाल किया। मेटा ने कहा है कि अधिक विश्वसनीय दिखने के लिए पत्रकारों, व्यापार अधिकारियों और मीडिया लोगों को टारगेट किया। कुछ मामलों में, साइबररूट ने ऐसे खाते भी बनाए, जो अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के समान थे। ये सब लोगों को उलझाने के प्रयास में किया गया।
साइबररूट द्वारा संचालित नेटवर्क प्रमुख ईमेल प्रदाताओं के डोमेन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और फ़ाइल शेयरिंग टूल्स की स्पूफिंग या नकल करता था। जिसमें जीमेल, जूम, फेसबुक, ड्रॉपबॉक्स, याहू, वनड्राइव के सर्वर शामिल हैं। इन डोमेन का उपयोग इन सेवाओं पर लोगों के ऑनलाइन खातों के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल्स चुराने के लिए किया गया था। मेटा ने कहा है कि "हमारी जांच में दुनिया भर के लोगों को साइबररूट द्वारा टारगेट किया पाया गया।