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Farmers Protest: पंजाब में रेल रोको आंदोलन से कई ट्रेनें प्रभावित, तीन जिलों में इंटरनेट बंद

Farmers Protest: आज यानी गुरुवार शाम पांच बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में केंद्रीय मंत्रियों और किसानों के प्रतिनिधिमंडल के बीच एकबार फिर उनकी मांगों पर चर्चा होगी।

Krishna Chaudhary
Published on: 15 Feb 2024 8:00 AM IST (Updated on: 15 Feb 2024 2:15 PM IST)
Rail Roko Andolan in Punjab (Photo:Social Media)
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Rail Roko Andolan in Punjab (Photo:Social Media)

Farmers Protest:एमएसपी को लेकर कानून समेत विभिन्न मांगों को लेकर जारी किसानों के आंदोलन का आज तीसरा दिन है। हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर हालात आज जहां शांतिपूर्ण बने हुए हैं, वहीं पंजाब में किसानों का प्रदर्शन तेज हो गया है। राज्य के तीन जिलों पटियाला, संगरूर और फतेहगढ़ साहिब में इंटरनेट सेवा 16 फरवरी तक बंद कर दी गई है। किसानों के रेल रोको आंदोलन से शताब्दी और शान-ए-पंजाब समेत कई ट्रेने प्रभावित हुई हैं, जिससे दिल्ली जाने वाले यात्री परेशान हैं।

भारतीय किसान यूनियन एकता उगरहां व भाकियू डकौंदा मनजीत सिंह धनेर ग्रुप के बैनर तले गुरुवार को सात जगहों पर किसान रेलवे ट्रैक को जाम कर धरने पर बैठ गए हैं। इन जगहों में मानसा, राजपुरा, फतेहगढ़ चूड़ियां, जुठेके, मोगा, मलोट और सुनाम शामिल हैं। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए इस रूट की कई ट्रेनों को पहले ही रद्द किया जा चुका है।

दरअसल, भाकियू उगरहां ने हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस द्वारा किसानों पर की जा रहे शैलिंग के विरोध में बुधवार को पंजाब में दोपहर 12 बजे से शाम के चार बजे तक रेल रोको आंदोलन करने का ऐलान किया था। रेलवे ट्रैक के अलावा सड़क मार्ग पर भी प्रदर्शन हो रहा है। किसानों ने चंडीगढ़ - अंबाला टोल नाके को फ्री करा दिया है। टोल प्लाजे पर किसान ट्रैक्टर के साथ खड़े हैं और टोल वसूलने नहीं दे रहे।


किसानों के प्रदर्शन पर बोले खट्टर

हरियाणा बॉर्डर पर किसानों को रोकने को लेकर विरोधियों के निशाने पर आए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रदर्शन पर कहा, उनकी (किसान) हरियाणा से कोई मांग नहीं है केंद्र से मांग है। दिल्ली जाना हर एक का लोकतांत्रिक अधिकार है लेकिन उसका मोटिव ध्यान करना होता है। इस विषय का अनुभव हम देख चुके हैं। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। वे ट्रेन, बसें, या अपने वाहन में जाएं। ट्रैक्टर परिवहन का साधन नहीं है। चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से होनी चाहिए ताकि किसी समाधान तक पहुंचा जा सके।

पंढ़ेर की पीएम मोदी से अपील

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आज शाम होने जा रही मीटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ली जानी चाहिए। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री खुद बैठक के लिए आ रहे केंद्रीय मंत्रियों से बात करें और किसानों की मांगों का समाधान करें। पंढ़ेर ने आगे कहा कि या तो हमारी मांगें स्वीकार करें या हमें शांति-पूर्व विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दें।

आज शाम पांच बजे तीसरे दौर की वार्ता

बताते चलें कि केंद्र सरकार और आंदोलनरत किसान नेता एकबार फिर बातचीत की मेज पर आने के लिए तैयार हो गए हैं। बुधवार को सरकार की ओर से मिले वार्ता के प्रस्ताव को किसान नेताओं ने स्वीकार कर लिया। आज यानी गुरुवार शाम पांच बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में केंद्रीय मंत्रियों और किसानों के प्रतिनिधिमंडल के बीच एकबार फिर उनकी मांगों पर चर्चा होगी। ये तीसरी दौर की बैठक होने जा रही है। इससे पहले दो बैठकें 8 और 12 फरवरी को हो चुकी हैं।

दोनों मीटिंग बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने का निर्णय लिया था। पंजाब से किसानों का निकला विशाल जत्था अंबाला स्थित शंभू बॉर्डर पर रूका हुआ है। वे लगातार आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हरियाणा पुलिस उन्हें एक इंच भी आगे नहीं बढ़ने दे रही है। जिसके कारण पंजाब-हरियाणा बॉर्डर जंग जैसे हालात बने हुए हैं।

सीएम भगवंत मान से बैठक में शामिल होने की अपील

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से गुरुवार शाम पांच बजे हो रही मीटिंग में शामिल होने की अपील की है। हालांकि, मान की ओर से फिलहाल इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। पंजाब और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने किसानों की मांग का समर्थन किया। भगवंत मान किसानों की ओर से केंद्र के साथ 8 फरवरी को हुई पहली मीटिंग में शामिल हुए थे, लेकिन वो दूसरी मीटिंग में नदारद रहे। आज शाम होने वाली मीटिंग में केंद्र की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शामिल होंगे।

केंद्र के साथ वार्ता के बाद आगे का निर्णय लेंगे किसान नेता

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के प्रमुख जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि तीन केंद्रीय मंत्रियों का दल गुरुवार शाम को किसान नेताओं के साथ उनकी विभिन्न मांगों पर फिर से बैठक करेगा। वे बैठक तक दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास नहीं करेंगे। आगे की कार्रवाई केंद्र के प्रस्तावों के आधार पर तय की जाएगी। वहीं, किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों की ओर से किसानों पर की जा रहे शैलिंग पर नाराजगी जताई।

पंढेर ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करते हैं कि जब किसान शांतिपूर्वक बैठे हों तो उन पर शैलिंग न की जाए। जब तक बैठक नहीं होगी और उससे कोई बात निकल कर नहीं आएगी, हम आगे नहीं बढ़ेंगे। हमारे किसान शंभू बॉर्डर पर ही बैठकर इंतजार करेंगे, दिल्ली जाना हमारे लिए कोई प्रतिष्ठा का सवाल नहीं है।

बता दें कि किसान आंदोलन के दूसरे दिन भी पंजाब-हरियाणा सीमा पर तनावपूर्ण माहौल रहा। पुलिस ने उग्र हुए किसानों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। किसानों की निगरानी के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है और उससे टियर गैस भी दागे जा रहे हैं। किसानों की ओर से ड्रोन को गिराने के लिए पतंग उड़ाए जा रहा है। उधर, दिल्ली पुलिस भीa हरियाणा सीमा पर अपनी मुस्तैदी बढ़ा दी है। हरियाणा और यूपी से लगने वाली सभी सीमाएं पूरी तरह से सील हैं।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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