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Sanatana Dharma Row: अमित मालवीय के खिलाफ तमिलनाडु में FIR दर्ज, उदयनिधि के बयान को गलत तरीके से पेश करने का आरोप
Sanatana Dharma Row: बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय के खिलाफ तमिलनाडु में FIR दर्ज की गई है। उदयनिधि स्टालिन के बयान को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया गया है।
Sanatana Dharma Row: तमिलनाडु सीएम के बेटे और डीएमके चीफ एमके स्टालिन के मंत्री पुत्र उदयनिधि स्टालिन के सनातन विरोधी बयान पर सियासी घमासान जारी है। भारतीय जनता पार्टी उदयनिधि के बयान को लेकर पूरे विपक्षी गठबंधन को हिंदू विरोधी बताने में लगी है। तमिलनाडु के खेल एवं युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि के खिलाफ विभिन्न राज्यों में मुकदमे कायम हो चुके हैं। अब उनकी ओर से पलटवार हुआ है।
बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय के खिलाफ तमिलनाडु में FIR दर्ज की गई है। उन पर उदयनिधि स्टालिन के बयान को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया गया है। दरअसल, मालवीय ने डीएमके नेता के बयान को लेकर कहा था कि उन्होंने सनातन धर्म का पालन करने वाले देश के 80 फीसदी लोगों के नरसंहार का आह्वान किया है। जिस पर कैबिनेट मंत्री उदयनिधि स्टालिन को सफाई देनी पड़ी थी।
तमिलनाडु पुलिस का बयान
स्टालिन जूनियर और उनकी पार्टी डीएमके ने नरसंहार शब्द को गलत बताते हुए कहा था कि उन्होंने इसका जिक्र नहीं किया है। उन्होंने बस सनातन प्रथा का विरोध किया है। तमिलनाडु पुलिस ने कहा कि कैबिनेट मंत्री उदयनिधि की टिप्पणी को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करने और विभिन्न वर्गों के बीच वैमनस्य पैदा करने के लिए भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत बीजेपी नेता अमित मालवीय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
उदयनिधि के खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज
सनातन धर्म को मिटाने की बात कहकर विवादों में आए तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कई राज्यों में मुकदमा दर्ज हो चुका है। दिल्ली, मुंबई और बिहार के बाद अब यूपी और कर्नाटक में भी उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। अधिकांश जगहों पर बीजेपी नेताओं और हिंदू संगठनों की ओर से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके अलावा पिछले दिनों देश के कुछ जाने-माने शख्सियतों ने भी सीजीआई डीवाई चंद्रचूड़ को खत लिखकर स्टालिन जूनियर के द्वारा दिए गए हेट स्पीच पर कार्रवाई की मांग की है।
उदयनिधि ने बुधवार को दी ये सफाई
मामला लगातार तूल पकड़ने के बाद उदयनिधि स्टालिन के तेवर अब थोड़े नरम पड़ रहे हैं। शुरू में अपने बयान से टस से मस न होने की बात करने वाले उदयनिधि ने हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं बल्कि जातिगत भेदभाव जैसी सनातन प्रथाओं के खिलाफ हैं। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद की नई इमारत के उद्घाटन के दौरान न बुलाया जाना इसका उदाहरण है।
सनातन को लेकर क्या था विवादित बयान ?
अभिनेता से राजनेता बने उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को राजधानी चेन्नई में आयोजित एक सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि सनातम नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मलेरिया, मच्छर या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।