TRENDING TAGS :
AIIMS Delhi Fire: दिल्ली एस्म के दूसरी मंजिल पर लगी आग, कोई हताहत नहीं, देंखे वीडियो
AIIMS Delhi fire: अग्निशमन विभाग को सुबह 5.59 बजे एक कॉल आई, जिसमें बताया गया कि दिल्ली के एम्स बिल्डिंग में आग लग गई है। इसके बाद तल्काल प्रभाव से दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। सुबह 6.20 बजे सफलतापूर्वक आग पर काबू पा लिया गया।
AIIMS Delhi Fire: दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में गुरुवार की सुबह आग लग गई। आग अस्पताल की दूसरी मंजिल पर टीचिंग ब्लॉक में स्थित निदेशक कार्यालय में लगी। घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़िया पहुंच गईं और कुछ ही देर बाद लगी आग पर आबू पा लिया गया। राहत की बात यह रही इस घटना में कोई हाताहत नहीं हुआ है।
सुबह लगी आग पर पाया गया काबू
अग्निशमन एक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा अग्निशमन विभाग को सुबह 5.59 बजे एक कॉल आई, जिसमें बताया गया कि दिल्ली के एम्स बिल्डिंग में आग लग गई है। इसके बाद तल्काल प्रभाव से दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। आग बिल्डिंग के दूसरी मंजिल पर टीचिंग ब्लॉक में स्थित निदेशक कार्यालय में लगी थी। सुबह 6.20 बजे सफलतापूर्वक आग पर काबू पा लिया गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है और आग लगने का कारण अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है।Fire broke out on the second floor of Delhi's AIIMS
ये हुआ नुकसान
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, अस्पताल की दूसरी मंजिल पर टीचिंग ब्लॉक में स्थित निदेशक कार्यालय में लगी आग से कोई जनहानि तो नहीं हुई है, मगर कार्यालय में रखीं फाइलें, कार्यालय रिकॉर्ड, एक रेफ्रिजरेटर और फर्नीचर जलकर खाक हो गए हैं।
साल 2019 लगी थी सबसे बड़ी आग
इससे पहले बीते अगस्त 2023 में पुराने ओपीडी भवन की दूसरी मंजिल पर देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थान में भीषण आग लग गई थी। इसमें एक शिक्षण ब्लॉक और एंडोस्कोपी कक्ष को अपनी चपेट में ले लिया था। पिछले कुछ वर्षों में संस्थान में आग लगने की कई घटनाएं घट चुकी हैं। इसमे सबसे घटना बड़ी साल 2019 में घटी थी।
अग्नि सुरक्षा अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश जारी
2023 में एम्स प्रशासन ने अपने सभी विभागों को गर्मियों में अग्नि सुरक्षा अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और सभी महत्वपूर्ण विभागों में दैनिक जांच अनिवार्य कर दी था, लेकिन उसके बाद भी यहां पर आग लगने का सिलसिला रुक नहीं रहा है। तब संस्थान ने अपने अग्नि सुरक्षा उपायों में कहा था कि सभी प्रयोगशालाओं के प्रभारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि जिन रसायनों में आग लगने की आशंका है, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर संग्रहित किया जाना चाहिए।