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थरथर कांपे नक्सलीः सुरक्षाबलों के सामने किया सरेंडर, किया था CRPF पर हमला

छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा में पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस के मुताबिक समर्पण करने वाले नक्सलियों में से दो नक्सली सुरक्षाबलों पर हुए कई हमलों में शामिल थे। साथ ही उनके सिर पर भारी इनाम भी था। आत्मसमर्पण करने वालों में एक महिला भी शामिल है।

Ashiki
Published on: 6 Feb 2021 4:35 AM GMT
थरथर कांपे नक्सलीः सुरक्षाबलों के सामने किया सरेंडर, किया था CRPF पर हमला
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थरथर कांपे नक्सलीः छत्तीसगढ़: 13 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 3 पर 1-1 लाख का इनाम

रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा में पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस के मुताबिक समर्पण करने वाले नक्सलियों में से दो नक्सली सुरक्षाबलों पर हुए कई हमलों में शामिल थे। साथ ही उनके सिर पर भारी इनाम भी था। आत्मसमर्पण करने वालों में एक महिला भी शामिल है। सभी नक्सलियों ने बृहस्पतिवार को पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया है।

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'खोखली नक्सली विचारधारा' से निराश

इन नक्सलियों का कहना है कि वे ’खोखली नक्सली विचारधारा’ से निराश हैं और पुलिस के पुनर्वास अभियान ’लोन वरातु’ ने उन्हें हथियार डालने के लिए प्रेरित किया है। इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने कहा कि जून 2020 में लोन वरातु (अपने घर लौटते हैं) अभियान के बाद से अब तक जिले में 293 लोग नक्सलवाद छोड़ चुके हैं।

Naxalites सांकेतिक तस्वीर

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अलग-अलग घटनाओं में कथित तौर पर शामिल

पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि बृहस्पतिवार को आत्मसमर्पण करने वालों में माओवादियों की भैरमगढ़ एरिया कमेटी का ’कमांडर’ गंगू उर्फ लखन कुहदम (38), शामिल था, जो दंतेवाड़ा और पड़ोसी बीजापुर जिले में कम से 21 मामलों में वांछित था। साथ ही उन्होंने कहा कि कुहदम पिछले साल बीजापुर में अलग-अलग घटनाओं में तीन नागरिकों की हत्या और 2008 में ताड़केल मुठभेड़ में कथित तौर पर शामिल था, जहां छह पुलिसकर्मी और कई उग्रवादी मारे गए थे।

सांकेतिक तस्वीर

जानकारी के मुताबिक आत्मसमर्पण करने वाली एक अन्य नक्सली लक्ष्मी (38) भैरमगढ़ एरिया कमेटी यूनिट में कमांडर थी और बीजापुर के जांगला इलाके में 2004 में बारूदी सुरंग विस्फोट सहित हिंसा की कम से कम नौ घटनाओं में कथित रूप से शामिल थी। इस धमाके में सीआरपीएफ के सात जवान मारे गए थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों के सिर पर पांच लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा आत्मसमर्पण करने वाले अन्य तीन हेमला बांडी (28), कोसा मदकम (23) और मादवि हिडमा (18) संगठन के कैडर थे।

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