Champai Soren: झारखंड में बड़े सियासी खेल की तैयारी में BJP, चंपई सोरेन को लेकर तेज हुईं अटकलें, झामुमो को लगेगा बड़ा झटका

Champai Soren: चंपई सोरेन ने भी सीधे तौर पर भाजपा में जाने की अटकलों को सीधा तौर पर खारिज नहीं किया है। उनका कहना है कि क्या अफवाहें उड़ रही हैं, इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मौजूदा समय में हम जहां हैं, वहीं हैं।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 18 Aug 2024 3:24 AM GMT
Champai Soren
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Champai Soren (Pic: Social Media)

Champai Soren: झारखंड में जल्द ही होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल काफी तेज हो गई है। राज्य में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी सियासी बिसात बिछाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इस बीच भाजपा की ओर से राज्य में बड़ा सियासी खेल खेलने की संभावना जताई जा रही हैं। जानकारों का कहना है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में जल्द ही बड़ी टूट हो सकती है। झामुमो के वरिष्ठ नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

चंपई सोरेन के साथ कुछ और विधायकों के भी भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में भाजपा के सह प्रभारी हिमंत बिस्वा शर्मा की ओर से दिए गए एक बयान से इन संभावनाओं को बल मिला है। सरमा के अलावा झामुमो से निष्कासित नेता लोबिन हेंब्रम ने भी चंपई सोरेन के अगले सियासी कदम को लेकर बड़ा बयान दिया है। इस कारण माना जा रहा है कि झामुमो को बड़ा झटका लग सकता है।


झारखंड के सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज

चुनाव आयोग ने हाल में हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है, मगर झारखंड में अभी तक चुनाव की तारीख नहीं घोषित की गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि झारखंड में विधानसभा चुनाव कम से कम दो महीने के लिए टल गया है। ऐसे में दिग्गज नेताओं को सियासी खेल खेलने और दलबदल का अच्छा वक्त भी मिल गया है।

इस बीच झारखंड के सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के जरिए भाजपा झामुमो को बड़ा झटका देने की तैयारी में जुटी हुई है। चंपई सोरेन कोल्हान क्षेत्र के कुछ विधायकों के साथ भाजपा का दामन थाम सकते हैं। झामुमो से निष्कासित नेता लोबिन हेंब्रम और विधायक समीर मोहंती के भी पाला बदलने की संभावना जताई जा रही है।

शर्मा के बयान के बाद अटकलों ने पकड़ी तेजी

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने चंपई सोरेन की प्रशंसा करके दलबदल की अटकलों को और हवा दे दी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में झामुमो और कांग्रेस के पांच वर्ष के शासनकाल के दौरान अगर कुछ अच्छा काम हुआ है तो वह चंपई सोरेन के छह महीने के कार्यकाल के दौरान ही हुआ है। यह बयान और अधिक महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि शर्मा झारखंड चुनाव के लिए भाजपा के सह प्रभारी भी हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी बड़ा बयान दिया है।

उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन एक सक्षम मुख्यमंत्री के रूप में झारखंड की सेवा कर रहे थे। झारखंड के साढ़े तीन करोड़ लोग उनके काम से खुश थे मगर उन्हें दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया। आखिरकार उनकी क्या गलती थी कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया।

भाजपा देना चाहती है बड़ा संदेश

दरअसल भाजपा चंपई सोरेन समेत झामुमो के कुछ अन्य नेताओं को तोड़कर यह संदेश देना चाहती है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में आदिवासी नेताओं की कोई पूछ नहीं है। वहां केवल सोरेन परिवार को ही बढ़ावा दिया जाता है। चंपई सोरेन ने भी सीधे तौर पर भाजपा में जाने की अटकलों को सीधा तौर पर खारिज नहीं किया है। उनका कहना है कि क्या अफवाहें उड़ रही हैं, इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मौजूदा समय में हम जहां हैं, वहीं हैं।


आखिर क्यों नाराज हैं चंपई सोरेन

प्रवर्तन निदेशालय की ओर से हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के बाद चंपई सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था। बाद में हेमंत सोरेन के जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद चंपई सोरेन को हटाकर एक बार फिर हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री के पद पर ताजपोशी कर दी गई थी। जानकारों का कहना है कि इसे लेकर चंपई सोरेन नाराज हैं। इसी कारण उनके दलबदल की अटकलों ने तेजी पकड़ रखी है। ऐसे में आने वाले दिनों में झारखंड में बड़ा सियासी खेल हो सकता है।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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