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काशी का प्रसाद... ये तो 'पाप' है, लड्डू की मिलावट पर कोविंद का बड़ा बयान

Ramnath Kovind on Tirupati Balaji: तिरुपति बालाजी के प्रसादम में आपत्तिजनक पदार्थों के मिलावट का मुद्दा तूल पकड़ चुका है। इस पर पूर्व राष्ट्रपति ने भी अपनी बात को रखते हुए आपत्ति जाहिर की है।

Snigdha Singh
Published on: 21 Sep 2024 8:11 AM GMT (Updated on: 21 Sep 2024 8:48 AM GMT)
Ramnath Kovind on Tirupati Mandir Controversy
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Ramnath Kovind on Tirupati Mandir Controversy (Photo: Social Media)

Ramnath Kovind on Tirupati Mandir: 'मैं काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन नहीं कर पाया, लेकिन मेरे कुछ सहयोगी मंदिर गए थे और उन्होंने मुझे प्रसाद दिया। उस समय मुझे तिरुपति मंदिर की मिलावट की खबरें याद आ गईं। यह समस्या सिर्फ एक मंदिर तक सीमित नहीं हो सकती, यह हर मंदिर की कहानी हो सकती है... तिरुपति बाला जी के प्रसाद में मिलावट को लेकर ये बात पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कही है। उन्होंने ने इस मामले को लेकर चिंता और संदेह दोनों जाहिर किया। आगे कहते हैं कि 'ऐसी स्थिति में देश के सभी मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता परखनी चाहिए।'

दरअसल, सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए ये मुद्दा विधायक दलों की बैठक में उठाया। सीएम नायडू ने कहा कि जगन रेड्डी की सरकार में तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर द्वारा प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू बनाने के लिए शुद्ध घी की जगह जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे ये मामला बढ़ता गया। इसके बाद मामले पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गंभीरता दिखाते हुए सीएम चंद्रबाबू नायडू से बात की। उन्होंने कहा कि FSSAI से इसकी जांच होगी। सरकार की मामले पर पैनी नजर भी है। शनिवार को देश को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मामले को लेकर कई बड़ी बातें बोलीं। उन्होंने कहा कि ये हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था का विषय है। शास्त्रों में इसे पाप कहा गया है। उन्होंने कहा कि मुझे इसकी पहली से ही आशंका थी। जब मैंने काशी विश्वनाथ का प्रसाद ग्रहण किया तो मेरे ज़हन में ऐसी खबरें तभी आयी थी। इसके साथ ही उन्होंने इसकी कड़ी निंदा की।

देशभर में प्रसाद की जांच को लेकर मांग

तिरुपति बालाजी के बाद अब देशभर मंदिरों के पुजारियों और ट्रस्टों ने दूसरे बड़े मंदिरों के भी प्रसाद की जांच की मांग की है। पुजारियों के साथ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं महाकाल से लेकर काशी विश्वनाथ के मंदिर के प्रसाद की जांच की मांग हो रही है। वहीं लखनऊ के छोटे-बड़े सभी मंदिरों के प्रसाद की जांच के निर्देश भी दे दिये गए हैं। वहीं, कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने अपनी जुबानी जंग भी शुरू कर दी है।

सोशल मीडिया पर छिड़ी मुहिम

तिरुपति बाला जी में प्रसादम में मिलावट के बाद युवाओं ने सोशल मीडिया पर एक अलग मुहिम छेड़ दिया। यूजर्स ने मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करने की मांग की है। सोशन मीडिया पर Government Control Free Temple मुहिम छेड़ा है। एक यूजर ने लिखा कि मंदिर को सरकार के कंट्रोल में न रखकर बल्कि मंदिर के ट्रस्ट और पुजारियों के नियंत्रण में जाना चाहिए। वहीं कुछ लोगों ने सरकार से कठोर कदम उठाने की भी मांग की है।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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