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जाधव को 'फिट देखकर' दोस्तों, पड़ोसियों को मिली राहत
पाकिस्तान में कथित रूप से जासूसी के आरोप में जेल में बंद कुलभूषण जाधव के दोस्तों, पड़ोसियों और शुभचिंतकों ने कहा कि इस्लामाबाद में सोमवार को जाधव और उनके परिजनों के बीच बातचीत के दौरान जाधव के 'स्वस्थ और सही दिखने पर' (फिट एंड फाइन)
मुंबई: पाकिस्तान में कथित रूप से जासूसी के आरोप में जेल में बंद कुलभूषण जाधव के दोस्तों, पड़ोसियों और शुभचिंतकों ने कहा कि इस्लामाबाद में सोमवार को जाधव और उनके परिजनों के बीच बातचीत के दौरान जाधव के 'स्वस्थ और सही दिखने पर' (फिट एंड फाइन) उन्हें राहत महसूस हुई। मुंबई के अंधेरी पूर्व में जाधव के दोस्त और पड़ोसियों ने कहा कि जाधव की रिहाई सुनिश्चित करने और उन्हें घर वापस लाने के लिए 21 माह लंबे अभियान को नई ऊर्जा के साथ चलाया जाएगा।
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उनके दोस्तों में से एक तुलसीदास पवार ने पत्रकारों से कहा, "हम यह जान कर खुश हैं कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ और अच्छी शारीरिक अवस्था में है। जाधव की पत्नी और मां ने पाकिस्तान के लोगों को 'नमस्ते' कहा, उन्होंने इसके माध्यम से काफी अच्छा शिष्टाचार दिखाया।"
पड़ोसी सचिन काले ने कहा, "हमने उनकी रिहाई के लिए अभियान जारी रखने का फैसला किया है और जब तक वह भारत नहीं आ जाते, यह अभियान जारी रहेगा। इस संकट की घड़ी में हम जाधव के परिवार के साथ हैं।"
पाकिस्तान के दावे के अनुसार, पूर्व नौसेना अधिकारी जाधव को 3 मार्च 2016 को जासूसी के आरोप में बलूचिस्तान से पकड़ा गया था और पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने उन्हें आतंकवाद व जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई। भारत ने मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में उठाया जहां मौत की सजा के कार्यान्वयन पर फिलहाल रोक लगा दी गई।
भारत सरकार व जाधव के परिजनों की ओर से जाधव से मुलाकात के आग्रह के बाद, पाकिस्तान ने 21 माह के बाद सोमवार को इसकी इजाजत दी।
इस मुलाकात के बाद, पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा, 'जाधव को उनके परिजनों से मिलाने के लिए 25 दिसम्बर का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की 141वीं जयंती है।"
उन्होंने कहा कि दोनों महिलाओं ने जाधव के साथ 'खुले तौर पर और उपयोगी बातचीत' की। यह मानवीय आधार पर सकारात्मक पहल थी। हमने जाधव के परिवार के कहने पर मुलाकात के समय में 10 मिनट की बढ़ोतरी की। इसका कानून से कुछ संबंध नहीं है।
प्रवक्ता ने स्पष्ट रूप से भारतीय उप उच्चायुक्त जे. पी. सिंह की मुलाकात के दौरान मौजूदगी के बावजूद इनकार किया कि यह राजनयिक पहुंच थी। सिंह दूर से इस मुलकात के गवाह बने। हालांकि पाकिस्तान ने संकेत दिया है कि जाधव को राजनयिक मदद दी जा सकती है।
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या जाधव के परिजन पाकिस्तान से लौटकर सीधे मुंबई जाएंगे या भारत सरकार को मुलाकात की जानकारी देने नई दिल्ली जाएंगे।
जाधव की गिरफ्तारी के बाद, उनके परिवार ने कभी भी मीडिया से बातचीत नहीं की और ये लोग अधिकतर समय मुंबई से बाहर ही रहे।