×

G-20 India : महिलाओं के लिए समान और निष्‍पक्ष समाज बनाने का आह्वान

W20 News: वूमन 20 (डब्‍ल्‍यू -20) एक आधिकारिक जी-20 कार्य समूह (या इंगेजमेंट ग्रुप) है। इसकी स्थापना 2015 में तुर्की की अध्यक्षता के दौरान की गई थी।

Network
Newstrack Network
Published on: 2 Dec 2022 7:19 PM IST
G 20 India, whats is women 20, W 20 working group, W 20 fair society for women, What is the vision of W-20 India
X

 डॉ. संध्या पुरेचा (Social Media)

W20 News: वूमन 20 (डब्‍ल्‍यू -20) एक आधिकारिक जी-20 कार्य समूह (या इंगेजमेंट ग्रुप) है। इसकी स्थापना 2015 में तुर्की की अध्यक्षता के दौरान की गई थी। इसका उद्देश्य महिलाओं से संबंधित सरोकारों का जी- 20 के विमर्शों में समावेशन तथा जी-20 नेताओं के घोषणा पत्र में नीतियों और प्रतिबद्धताओं के रूप में परिलक्षण सुनिश्चित करना है। यह महिलाओं और पुरुषों में समानता और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण (Economic Empowerment) को प्रोत्साहन दे सके। ये बातें डब्‍ल्‍यू-20 की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने कही।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के कुशल नेतृत्व में भारत ने महिलाओं के लिए सहयोगपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। W-20 इंडिया, जी-20 की भारत की अध्यक्षता को 'समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्य-उन्मुख' बनाने के संबंध में माननीय प्रधानमंत्री के विजन को आगे ले जाने का प्रयास करेगा। भारत अगले एक वर्ष में यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि प्रधानमंत्री की योजना के अनुसार, नए विचारों की परिकल्पना करने और सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए जी-20 वैश्विक स्तर पर 'प्रमुख प्रवर्तक' के रूप में कार्य करे।

क्या है डब्‍ल्‍यू -20 इंडिया का विजन?

डब्‍ल्‍यू -20 इंडिया का विज़न एक ऐसे समान और निष्पक्ष समाज का निर्माण करना है, जिसमें महिलाएं गरिमापूर्ण तरीके से रह सकें। इस उद्देश्य को हासिल करने में सहायता करने के लिए हमारा मिशन महिलाओं के नेतृत्व में विकास की समस्त बाधाओं को दूर करने तथा महिलाओं के लिए सहयोगपूर्ण वातावरण और इकोसिस्टम सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करता है, ताकि महिलाएं समृद्ध बन सकें, श्रेष्ठ बन सकें तथा अपने साथ ही साथ अन्य लोगों के जीवन में भी बदलाव ला सकें।

महिला-पुरुष समानता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध

यह कार्य समूह कार्रवाई योग्य एवं प्रभावपूर्ण वक्‍तव्‍य तैयार करने के लिए हितधारकों के साथ समावेशी विचार-विमर्श को सुगम बनाएगा। इसके अलावा, यह वैविध्यपूर्ण और अंतर वर्गीय हितों के संपूर्ण प्रतिनिधित्व की जरूरत को सबसे आगे रखते हुए डब्‍ल्‍यू-20 की सिफारिशों को जी-20 वार्ताओं- और अंतत: जी-20 नेताओं के घोषणापत्र तक पहुंचाएगा। हमारा उत्तरदायित्व है कि हम महिला उद्यमियों के साथ जी-20 की सक्रिय संबद्धता बढ़ाते हुए और महिला-पुरुष समानता को बढ़ावा देने वाली नीतियों के प्रति संकल्पबद्ध ताओं को रेखांकित करते हुए महिलाओं की प्रमुख समस्याओं के बारे में सर्वसम्मति कायम करें। एक समूह होने के नाते, हम अध्‍यक्षताओं के बीच डब्‍ल्‍यू-20 एजेंडे की निरंतरता सुनिश्चित करते हुए सशक्त डब्‍ल्‍यू-20 के वैश्विक और राष्ट्रीय नेटवर्क की स्थापना करने की दिशा में प्रयासरत हैं।

जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान डब्‍ल्‍यू-20 चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा :

- जमीनी स्‍तर पर महिलाओं का नेतृत्व निर्माण

- महिला उद्यमिता

- महिलाओं और पुरुषों में डिजिटल डिवाइड को दूर करना

- शिक्षा और कौशल विकास के जरिए रास्ते बनाना।

'4 सी' दृष्टिकोण

इन प्राथमिकताओं को रेखांकित करने के लिए डब्‍ल्‍यू-20 की रणनीति के अंतर्गत 4 सी दृष्टिकोण- मिलकर कार्य करना, सहयोग करना, वार्ता करना और सर्वसम्मति कायम करना तथा कार्रवाई करने का आह्वान शामिल होगा। हम महिलाओं की समस्याओं से संबंधित विविध हितधारकों को समाविष्ट, शामिल और संलग्‍न करेंगे।

हितधारक : हमारे प्राथमिक हितधारकों में जमीनी स्‍तर की जनजातीय, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के साथ ही साथ खेती-बाड़ी करने वाली, अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाली, कारीगर और हथकरघा तथा हस्तशिल्प क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं, महिला उद्यमी, आंगनवाड़ी कामगार और पीआरआई आदि शामिल हैं। डब्‍ल्‍यू-20 अपने विद्यार्थी आउटरीच कार्यक्रमों के लिए अकादमिक और अनुसंधान संस्‍थाओं के साथ मिलकर कार्य करेगा, साथ ही साथ श्‍वेत पत्र, नीतिगत सारांश और अनुसंधान पत्र जैसे जानकारी देने वाले दस्‍तावेज (नॉलेज प्रोडक्ट) तैयार करेगा। डब्‍ल्‍यू-20 को चर्चा का समावेशी और वैविध्यपूर्ण मंच बनाने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महिला सिविल सोसायटी फोरम, स्‍थानीय गैर सरकारी संगठन, संयुक्त राष्‍ट्र एजेंसियां, आईएलओ, वाणिज्य मंडल आदि को शामिल किया जाएगा।

जन आंदोलन एवं जन जागृति: गली टू दिल्ली : गांवों और शहरों में सिलसिलेवार बैठकों और कार्यक्रमों के जरिए, डब्‍ल्‍यू -20 समाज के सभी वर्गों की महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेगा। डब्‍ल्‍यू-20 के बारे में जागरूकता फैलाने और कार्य समूह द्वारा तैयार किए जाने वाले नीतिगत सारांशों और वक्‍तव्‍यों में नागरिकों की आवाज को शामिल करने के लिए गांवों में चौपाल की बैठकें आयोजित की जाएंगी। प्रस्‍ताव पारित करने के लक्ष्‍य के साथ ग्राम सभा के स्‍तरों पर बैठकें की जाएंगी, जिससे ग्राम स्‍तर पर सहयोगपूर्ण वातावरण सुनिश्चित होगा। इसके अलावा डब्‍ल्‍यू-20 के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के समर्थन में देश भर में पोस्‍ट कार्ड अभियान चलाए जाएंगे, जो बदले में नीति निर्माताओं और नीतिगत परिणामों को प्रभावित करेंगे।

इसके अलावा, भारत की समृद्ध संस्कृति और धरोहर को दर्शाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के साथ बड़े पैमाने पर चार विश्‍व-स्‍तरीय कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इनमें शास्‍त्रीय नृत्‍यों की प्रस्तुतियां, साथ ही साथ नेनो उद्यमियों और स्थानीय व्यंजनों की प्रस्तुति सहित हथकरघा और हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया जाएगा। प्रथम बैठक 13-15 फरवरी, 2023 को औरंगाबाद में आयोजित होगी।

महिला उद्यमिता : डब्‍ल्‍यू-20 का एजेंडा, विशेष तौर पर लक्ष्य 8.3 (एसडीजी) में उद्यमिता और गरिमापूर्ण कार्य के महत्व को मान्यता देता है, जिसमें कहा गया है- 'उपयोगी गतिविधियों, गरिमापूर्ण रोजगार के सृजन, उद्यमिता, रचनात्मकता और नवाचार में सहायता देने वाली तथा सूक्ष्म, लघु और मझौले आकार के उद्यमों की स्थापना और विकास को प्रोत्साहन देने वाली वित्तीय सेवाओं तक पहुंच के जरिए विकासोन्मुखी नीतियों को बढ़ावा देना।" डब्‍ल्‍यू-20 उद्यमियों, स्‍टार्टअप यूनिकॉर्न, नेनो और सूक्ष्‍म उद्यमियों के साथ संवाद और परामर्श करेगा और उनकी सिफारिशों को रेखांकित करेगा।

वैश्विक सर्वसम्मति बनाना : महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण, विश्व में निवेश, बडे़ उभरते बाजारों, प्रतिभाशाली समूहों और जनसांख्यिकीय लाभांश के सर्वाधिक आशाजनक क्षेत्रों में से एक है, जिसका उपयोग किया जाना बाकी है। डब्‍ल्‍यू-20 सुशासन, आर्थिक विकास, गरीबी और भूख मिटाने, खाद्य सुरक्षा और सबके लिए पोषण हासिल करने, सतत उपभोग और उत्‍पादन की परिपाटियों, पर्यावरणीय टिकाऊपन को प्राथमिकता देने तथा समग्र रूप से एसडीजी हासिल करने में फोर्स मल्‍टीप्‍लायर के रूप में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर वैश्विक सर्वसम्‍मति बनाने का कार्य करेगा। व्यापार, सरकार, महिला और सिविल सोसायटी सहित समस्‍त हितधारकों के लिए कार्रवाई करने के सार्वभौमिक आह्वान के रूप में डब्‍ल्‍यू-20 एजेंडा साझा प्रयासों के लिए प्राथमिकताएं स्‍पष्‍ट करता है, ताकि हाशिए पर मौजूद वर्गों की महिलाओं समेत समस्‍त महिलाएं आर्थिक वृद्धि और विकास के लाभ साझा कर सकें, कोई भी पीछे छूटने न पाए।

डब्‍ल्‍यू-20, जी-20 और डब्‍ल्‍यू-20 त्रोइका पर ध्यान केंद्रित करेगा और डब्‍ल्‍यू-20 की प्राथमिकताओं और कार्य की निरंतरता सुनिश्चित करेगा।

रोल मॉडल और महिला मार्गदर्शक : महिलाओं ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और अनेक क्षेत्रों की उपलब्धियों में अपार योगदान दिया है। डब्‍ल्‍यू-20 महिलाओं को कुछ हासिल करने के लिए प्रेरित करने में समर्थ रोल मॉडलों की पहचान करेगा।

सरकार और सिविल सोसायटी की परिवर्तनकारी योजनाएं और कार्यपद्धति में : महिलाओं के लिए काम करने वाले गवर्नेंस के मॉडलों को समझने के लिए सरकारी योजनाओं का विश्‍लेषण करना डब्‍ल्‍यू-20 की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश की लाडली लक्ष्मी योजना का उपयोग सरकार और सिविल सोसायटी की अच्छी कार्य पद्धतियों को दर्शाने के लिए एक केस-स्‍टडी के रूप में किया जा सकता है।

डॉ. संध्या पुरेचा, अध्यक्ष के रूप में डब्‍ल्‍यू-20 कार्य समूह की अगुवाई कर रही हैं। इस कार्य समूह में भारतीय प्रतिनिधियों/प्रतिभागियों के रूप शामिल प्रमुख महिलाओं में डॉ. ज्योति किरण शुक्ला, प्रो. शमिका रवि, सुश्री भारती घोष, रवीना टंडन और डब्‍ल्‍यू-20 सचिवालय (फिक्की एफएलओ) की मुख्य समन्वयक के रूप में धारित्री पटनायक शामिल हैं। अमूल इस कार्य समूह का संस्‍थागत साझेदार है।



aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story