Lawrence Bishnoi: माशूका का प्यार या कॉलेज में रसूख! कहां से शुरू हुई लारेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी

Gangster Lawrence Bishnoi: 'न्यूजट्रैक' की इस रिपोर्ट में पढ़िए आखिर कहां से लारेंस बिश्नोई की गैंगस्टर बनने की शुरू हुई कहानी -

Snigdha Singh
Written By Snigdha Singh
Published on: 13 Oct 2024 4:20 AM GMT (Updated on: 13 Oct 2024 5:29 AM GMT)
Lawrence Bishnoi: माशूका का प्यार या कॉलेज में रसूख! कहां से शुरू हुई लारेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी
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Gangster Lawrence Bishnoi: लारेंस बिश्नोई, अपराध की दुनिया में सिर्फ नाम ही काफी है। देश ही नहीं बल्कि दुनिया में इस नाम का खौफ है। शायद पहला ऐसा अपराधी है, जो न केवल खुलेआम मारने की धमकी देता है बल्कि मर्डर की जिम्मेदारी भी लेता है। जुर्म की दुनिया में बिश्नोई के रसूख का पता इसी से लगाया जा सकता है कि जेल के अंदर से ही पंजाब में सिद्धू मूसेवाला और कनाडा के गैंगस्ट सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा का मर्डर करा दिया। 'न्यूजट्रैक' की इस रिपोर्ट में पढ़िए आखिर कहां से लारेंस बिश्नोई की गैंगस्टर बनने की कहानी शुरू हुई।

पुलिसवाले का बेटा गैंगस्टर

लारेंस बिश्नोई पंजाब के अबोहर का है। पिता लवींद्र कुमार बिश्नोई पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। लारेंस की पढ़ाई आम बच्चों की तरह सामर्थ्य अनुसार जितनी बेहतर हो सकती थी कराई गयी। बिश्नोई की स्कूल के समय से ही एक गर्लफ्रैंड थी। स्कूल पास होने के बाद दोनों ने पंजाब के डीएवी कॉलेज में प्रवेश लिया। दोनों का इश्क पूरे कॉलेज में मशहूर था। दोनों के जीवन और परिवार अच्छे चल रहे थे, सूत्रों की मानें को दोनों शादी भी करना चाहते थे।


माशूका को जला दिया जिंदा

अब शुरू होती है लारेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी। दरअसल, लारेंस कॉलेज में छात्रसंघ का चुनाव लड़ा। चुनाव के दौरान लारेंस ग्रुप और विपक्ष के ग्रुप में कई बार तनातनी हुई। लारेंस की गर्लफ्रैंड दूसरे ग्रुप के निशाने पर थी। चुनाव में लारेंस हार गया। ऐसे में एक दिन दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि फायरिंग हो गई। बवाल के बीच के विपक्ष ने लारेंस बदला लेने के लिए उसकी गर्लफ्रैंड जिंदा जला दिया। बस यही वह पल था, जिसने लारेंस को गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई बना दिया। लारेंस अपनी गर्लफ्रैंड से बेहद प्यार करता था और शादी करना चाहता था।

जब पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा बिश्नोई

अब के समय में लॉरेंस पर हत्या, हत्या की कोशिश, हमला, जबरन वसूली और डकैती सहित 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। अब बताते हैं कि लारेंस बिश्नोई को पुलिस ने पहली बार 2014 में गिरफ्तार किया गया। लेकिन मोहाली के पास से पुलिस की चंगुल से भाग निकला। इसके बाद साल 2016 में लॉरेंस को गिरफ्तार हुआ। पहले उसे राजस्थान की जेल में रखा गया। इसके बाद दो साल पहले मकोका मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया। जहां जेल नंबर 8 में बंद था। लेकिन जब बिश्नोई ने सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की जिम्मेदारी तो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिमांड पर है।

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Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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