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Lawrence Bishnoi: अब किसकी बारी! साबरमती जेल में फिर मौन व्रत पर लॉरेंस बिश्नोई
Lawrence Bishnoi: साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई का मौन व्रत शुरू हो गया है। जिससे बड़ी अनहोनी की आशंका फिर से जताई जाने लगी है।
Lawrence Bishnoi: गुजरात की साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई एक बार फिर चर्चा में है। उसने मौन व्रत धारण कर लिया है और अब केवल इशारों में ही जेल अधिकारियों से संवाद कर रहा है। यह पहली बार नहीं है जब उसने मौन व्रत रखा हो, लेकिन जब-जब उसने ऐसा किया है, तब-तब कोई न कोई बड़ी घटना घटित हुई है। ऐसे में प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई आमतौर पर हर मंगलवार को मौन व्रत रखता है। इसके अलावा, नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक उपवास और मौन रहता है। इस बार उसने 13 दिनों तक मौन रहने का निर्णय लिया है, जो 12 फरवरी को समाप्त होगा। खास बात यह है कि 12 फरवरी को उसका जन्मदिन भी है। माना जा रहा है कि इस मौके पर वह अपना मौन व्रत तोड़ेगा।
जेल प्रशासन अलर्ट मोड पर
लॉरेंस बिश्नोई को साबरमती जेल की सबसे सुरक्षित अंडा सेल में रखा गया है। यह जेल का सबसे संवेदनशील क्षेत्र है, जहां केवल आतंकवादियों या बड़े अपराधियों को रखा जाता है। इस बैरक में उसे पूरी तरह एकांत में रखा गया है और वहां उसके अलावा कोई और कैदी नहीं है। सूत्रों के अनुसार, जेल प्रशासन भी उससे कम ही संवाद करता है क्योंकि वह इशारों में ही बातचीत कर रहा है।
लॉरेंस बिश्नोई का नाम हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या और अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग की घटनाओं में भी सामने आया था। ऐसे में जेल प्रशासन उसकी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। सुरक्षा कारणों से उसे बैरक से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
धार्मिक आस्था के चलते मौन व्रत
लॉरेंस बिश्नोई को अपनी धार्मिक आस्थाओं के लिए जाना जाता है। वह नियमित रूप से उपवास करता है और कई बार मौन व्रत रखता है। जेल प्रशासन के अनुसार, उसे सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक भोजन परोसा जाता है, लेकिन वह केवल विशेष आहार ही ग्रहण करता है।
लॉरेंस के मौन से उठे सवाल
बिश्नोई के इस तरह के व्यवहार से कानून प्रवर्तन एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इतिहास गवाह है कि जब-जब उसने मौन व्रत रखा है, तब-तब उसकी गैंग के लोगों ने किसी न किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि, जेल प्रशासन ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। अब सभी की नजरें 12 फरवरी पर टिकी हैं, जब लॉरेंस बिश्नोई का जन्मदिन है और वह अपना मौन व्रत समाप्त करेगा। तब तक जेल प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है और उसके हर कदम पर नजर रखी जा रही है।