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अडानी मामला: कौन हैं वो लोग जिनपर लगा है आरोप
Adani Case: आरोप है कि झूठे और भ्रामक बयानों के आधार पर अमेरिकी निवेशकों और ग्लोबल वित्तीय संस्थानों से धन प्राप्त करने की अरबों डॉलर की योजना में इन लोगों की भूमिका थी। कोर्ट में गौतम अडानी, सागर अडानी, रंजीत गुप्ता, रूपेश अग्रवाल, सिरिल कैबनेस, सौरभ अग्रवाल और दीपक मल्होत्रा पर आरोप लगाए गए हैं।
Adani Case: अमेरिका में न्यूयॉर्क स्थित ब्रुकलिन की फेडरल अदालत में पांच बिंदुओं की आपराधिक चार्जशीट खोली गई है, जिसमें गौतम अडानी, सागर आर. अडानी और विनीत एस. जैन पर प्रतिभूति और वायर फ्रॉड करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि झूठे और भ्रामक बयानों के आधार पर अमेरिकी निवेशकों और ग्लोबल वित्तीय संस्थानों से धन प्राप्त करने की अरबों डॉलर की योजना में इन लोगों की भूमिका थी।
कोर्ट में गौतम अडानी, सागर अडानी, रंजीत गुप्ता, रूपेश अग्रवाल, सिरिल कैबनेस, सौरभ अग्रवाल और दीपक मल्होत्रा पर आरोप लगाए गए हैं।
गौतम अडानी
अरबपति उद्यमी गौतम अडानी, अडानी ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। अडानी ग्रुप में ऊर्जा, बंदरगाह, खनन, गैस, रक्षा और हवाई अड्डों के कारोबार में फैली 10 सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनियाँ और बिजनेस शामिल हैं।
सागर अडानी
गौतम अडानी के भतीजे और अडानी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक। वह 2015 में अडानी समूह में शामिल हुए थे।
विनीत जैन
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ। वे 15 वर्षों से अडानी ग्रुप से जुड़े हुए हैं और उन्होंने ग्रुप की एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर के कारोबार के लिए रणनीति का नेतृत्व किया है।
रंजीत गुप्ता
जुलाई 2019 से अप्रैल 2022 तक एज़्योर पावर के सीईओ थे। रंजीत गुप्ता ऑस्ट्रो एनर्जी नामक स्टार्टअप के सह-संस्थापक थे, जिसे उन्होंने 1,000 मेगावाट से अधिक के पोर्टफोलियो के साथ भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनियों में से एक के रूप में विकसित किया। ऑस्ट्रो एनर्जी से पहले, रंजीत गुप्ता ऑरेंज रिन्यूएबल्स और इंडियाबुल्स पावर सहित अन्य बिजली कंपनियों में सीईओ थे।
रूपेश अग्रवाल
वे अगस्त 2022 और जुलाई 2023 तक एज़्योर पावर के सीईओ थे। एज़्योर पावर से पहले, उन्होंने भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज़; लाइटसोर्स इंडिया, बीडीओ और ईवाई में टॉप पदों पर कार्य किया है। वे एईएम एनर्जी और मोटुम के संस्थापक भी हैं जिसने भारत की पहली सार्वजनिक इलेक्ट्रिक बस ट्रायल की शुरुआत की।
सिरिल कैबनेस
सिरिल कैबनेस, एज़्योर पावर के निदेशक मंडल के पूर्व सदस्य हैं। ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के नागरिक और सिंगापुर के निवासी के रूप में, कैबनेस कनाडाई पेंशन फंड "सीडीपीक्यू" के पूर्व प्रबंध निदेशक हैं। कनाडाई पेंशन फंड अदानी की सहायक कंपनी में निवेशक था।
सौरभ अग्रवाल
वे सीपीडीक्यू इंडिया के पूर्व प्रबंध निदेशक और इसी कंपनी में इंफ्रास्ट्रक्चर, दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक थे। उन्होंने मई 2017 से जुलाई 2023 तक सिरिल कैबनेस में काम किया। उन्होंने मॉर्गन स्टेनली में करीब एक दशक तक काम किया हुआ है। वह आईबीएम रिसर्च लैब्स और विप्रो ग्लोबल आरएंडडी सेंटर में सुपरकंप्यूटर प्रौद्योगिकी में वैज्ञानिक शोधकर्ता थे।
दीपक मल्होत्रा
कनाडाई पेंशन फंड सीपीडीक्यू के पूर्व प्रबंध निदेशक। 2018 में सीपीडीक्यू में शामिल होने से पहले, मल्होत्रा ने अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम, वर्ल्ड बैंक ग्रुप के साथ काम किया। मल्होत्रा ने भारत की अग्रणी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक और मर्चेंट नेवी में काम किया।