TRENDING TAGS :
चमोली त्रासदी पर अमेरिका समेत कई देशों ने जताया दुख, पढ़ें किसने क्या कहा?
नेपाल की तरफ से कहा गया है कि भारत के उत्तराखंड में हिमस्खलन और ग्लेशियर टूटने से मारे गए लोगों की खबर से हम आहत हैं। हम मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हैं।
नई दिल्ली/चमौली: उत्तराखंड में ग्लेशियर टूट जाने के कारण चमोली में बड़ा नुकसान हुआ है। यहां पानी के तेज बहाव के कारण काफी कुछ बह गया है।
प्लांट से लेकर पुल और घर तक को इस हादसे में नुकसान हुआ है। अभी तक 15 शव मिल चुके हैं, जबकि 200 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन से लेकर सेना तक अब रेस्क्यू में जुटी है और राज्य-केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही है। भारत में हुई इस घटना को लेकर विश्व के कई देशों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।
चमोली त्रासदी पर अमेरिका समेत कई देशों ने जताया दुख, पढ़ें किसने क्या कहा?(फोटो:सोशल मीडिया)
चमोली त्रासदी: ITBP ने इस खास तकनीक की मदद से 16 लापता लोगों को जिंदा खोज निकाला
यहां पढ़ें किन-किन देशों ने दुख व्यक्त किया है और क्या है?
चमोली त्रासदी पर अमेरिका की तरफ से ट्विटर पर लिखा गया है, "भारत में ग्लेशियर टूटने और भूस्खलन की घटना की वजह से मारे गए लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम मारे गए लोगों के परिजन के प्रति संवेदना जाहिर करते हैं और इस घटना में घायल लोगों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करते हैं।"
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी ट्वीट किया है, उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद मदद में जुटे लोगों को और साहस मिले। संकट की इस घड़ी में ब्रिटेन भारत के साथ खड़ा है। हम भारत की हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने संवेदना प्रकट करते हुए कहा, ऑस्ट्रेलिया अपने एक निकटतम मित्र के इस बेहद कठिन वक्त में उसके साथ खड़ा है।
चमोली त्रासदी पर अमेरिका समेत कई देशों ने जताया दुख, पढ़ें किसने क्या कहा?(फोटो:सोशल मीडिया)
मुसीबत बना उत्तराखंड तबाही: अब चीन से बचना होगा, ग्लेशियर के बाद नई आफत
लापता लोगों के लिए की सुरक्षा की कामना
नेपाल की तरफ से कहा गया है कि भारत के उत्तराखंड में हिमस्खलन और ग्लेशियर टूटने से मारे गए लोगों की खबर से हम आहत हैं। हम मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हैं और लापता लोगों की सुरक्षा की कामना करते हैं।
यूनाइटेड नेशन जनरल एसेंबली के 75वें सत्र के प्रेसीडेंट वोल्कान बोजकिर के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया गया है। उन्होंने लिखा है, मैं इस घटना पर करीब से नजर बनाए हुए हूं।
ग्लेशियर टूटने से कम से कम 9 लोगों की जान चली गई है जबकि 140 लोग लापता हैं। बचाव कार्य जारी है मेरे संवेदना भारतीय लोगों के साथ है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने के बाद फ्रांस पूरी तरह से भारत के साथ एकजुट है, जिसमें 100 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हमारी संवेदना उनके और उनके परिवारवालों के साथ है।
सबसे अधिक ग्लेशियर वाला राज्य उत्तराखण्ड, हमेशा बना रहता है खतरा