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China हुआ मोदी सरकार का मुरीद, ग्लोबल टाइम्स में लिखा- भारत की कूटनीति, मजबूत अर्थव्यवस्था, नेतृत्व क्षमता जबरदस्त
Global Times on Modi Govt: चीन की सरकारी मीडिया 'ग्लोबल टाइम्स' ने अपने हालिया लेख में भारत की जमकर प्रशंसा की है। एक लेख के जरिए भारत की विदेश नीति और आर्थिक प्रगति की जमकर तारीफ की है।
Global Times on Modi Govt: चीन के सरकारी मीडिया 'ग्लोबल टाइम्स' (Global Times) ने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में भारत की आर्थिक वृद्धि और विदेश नीति की दिल खोलकर तारीफ की है। एक लेख में ग्लोबल टाइम्स ने कहा, 'भारत इंडिया नैरेटिव बनाने और उसे विकसित करने में रणनीतिक तौर पर और अधिक क्षमतावान हो गया है। चीनी समाचार पत्र के ताजा अंक में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक प्रगति, सामाजिक विकास तथा वैश्विक ताकतों के साथ सामंजस्य बैठाने की कूटनीति की जमकर प्रशंसा की।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) के मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स में भारत की तारीफ वाला ये लेख चमत्कार से कम नहीं है। पड़ोसी मुल्क इसी माध्यम से अक्सर भारत पर निशाना साधा करता था। बता दें, इस लेख को शंघाई के फुडन यूनिवर्सिटी (Fudan University) में सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडीज के डायरेक्टर झांग जियाडोंग ने लिखा है। इस आर्टिकल में पिछले 4 वर्षों में भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला है।
मोदी सरकार का हर मोर्चे पर आत्मविश्वास
ग्लोबल टाइम्स अमूमन भारत की हर पॉलिसी और प्रगति पर नकारात्मक टिप्पणी करता रहा है। इसकी पहचान भारत विरोधी रही है। लेकिन, 2024 की शुरुआत में ही फुडन यूनिवर्सिटी के निदेशक झांग जियाडोंग की तरफ से लिखे इस लेख के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। कोई इसे चीन की आर्थिक विकास में बड़ी गिरावट से जोड़कर देख रहा है तो कोई कुछ और। हालांकि, यह लेख मुख्य तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में सरकार की तरफ से हर मोर्चे पर आत्मविश्वास दिखाने को रेखांकित करता है। लेख में बीते चार वर्षों से भारत की उपलब्धियों को गिनाया गया है।
जोरदार रहा भारत का आर्थिक विकास
लेख में भारत के आर्थिक विकास की दिल खोलकर तारीफ की गई है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है भारत की आर्थिक प्रगति जोरदार रही है। शहरी प्रशासन में आए व्यापक सुधार को भी स्वीकार किया गया है। इस आर्टिकल में भारत-चीन के बीच सीमा पर जारी विवाद का कोई जिक्र नहीं है। मगर, कारोबारी रिश्तों में आए बदलाव तथा भारतीय व्यापारियों के बढ़ते आत्मविश्वास का जिक्र अवश्य है। इसमें कहा गया है कि, पहले जब चीन और भारत के बीच व्यापार असंतुलन (Indo-China Trade Imbalance) की चर्चा होती थी, तब भारतीय प्रतिनिधि व्यापार असंतुलन खत्म करने के लिए चीन की तरफ से किए जाने वाले उपायों पर जोर डालते थे। मगर, अब वो भारत से निर्यात बढ़ाने पर अधिक जोर देने लगे हैं।
रणनीतिक रूप से विश्वास से भरा है इंडिया
इस लेख में लेखक ने विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) की तरफ से भारत विमर्श की अवधारणा और बीजेपी की तरफ से भारतीय परंपरा वाली लोकतांत्रिक व्यवस्था की बात करने का मुद्दा भी सकारात्मक नजरिए से उठाया है। आर्टिकल में इन अवधारणाओं के पीछे भारत के बढ़ते रणनीतिक विश्वास (strategic confidence) को कारक माना है। लेखक का मानना है कि, अपने तेज आर्थिक तथा सामाजिक विकास के दम पर भारत रणनीतिक रूप से विश्वास से भरा है।
'भारत विमर्श' को स्थापित करने के लिए सक्रिय
ग्लोबल टाइम्स के लेख में 'भारत विमर्श' को स्थापित करने के लिए ज्यादा सक्रिय बताया गया है। लेखक की टिप्पणी है कि राजनीतिक और सांस्कृतिक पैमाने पर, भारत जहां पहले पश्चिम के साथ लोकतांत्रिक सहमति बनाने पर जोर देता था, अब वहीं वह लोकतांत्रिक राजनीति में 'भारतीय विशेषता' पर जोर देता है।'
विदेश नीति की खुलकर तारीफ
लेख में लिखा गया है कि भारत ने मौजूदा वक़्त में, लोकतांत्रिक राजनीति (democratic politics) की जड़ों पर पहले से ज्यादा बल दिया है।' लेख आगे कहता है कि, यह बदलाव भारत की ऐतिहासिक औपनिवेशिक छाया से बाहर निकलने तथा खुद को राजनीतिक व सांस्कृतिक तौर पर एक विश्वस्तरीय प्रभावशाली देश के रूप में स्थापित करने की महत्वाकांक्षा को दिखाता है। इसके अलावा, इस आर्टिकल में पीएम मोदी के नेतृत्व में अपनाई गई रणनीतिक विदेश नीति की प्रशंसा की गई है। अमेरिका, जापान और रूस जैसी प्रमुख वैश्विक शक्तियों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए सामंजस्य स्थापित करने की रणनीति पर प्रकाश डाला गया है।