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Glock Weapon होते क्या हैं, ये कहां बनते हैं, ये क्यों बहुत पसंद किए जाते है, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं

Glock Weapon: ऑस्ट्रिया की एक हथियार निर्माता कंपनी ग्लॉक हथियार (Glock Weapon) बनाती है। कंपनी वर्तमान में भारत, अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस सहित 70 से अधिक देशों में सेना, पुलिस और विशेष बलों के लिए ग्लॉक हथियार बनाती है।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 8 Feb 2023 4:57 PM IST
What are glock weapons
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What are glock weapons (Social Media)

Glock Weapon: सेल्फ प्रोटेक्शन के लिहाज से पिस्टल रखने के लिए ज्यादातर लोग ग्लाक की ही मांग करते हैं। यह फंगशनल मिलिट्री ग्रेड पिस्टल की श्रेणी में दुनिया की सबसे छोटी पिस्टल मानी जाती रही है।

ऑस्ट्रिया की एक हथियार निर्माता कंपनी ग्लॉक हथियार (Glock Weapon) बनाती है। कंपनी वर्तमान में भारत, अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस सहित 70 से अधिक देशों में सेना, पुलिस और विशेष बलों के लिए ग्लॉक हथियार बनाती है। कंपनी आम नागरिकों को भी हथियार उपलब्ध कराती है, लेकिन इसके लिए लाइसेंस जरूरी होता है। ग्लॉक पिस्टल के कई वेरिएंट पूरी दुनिया में फेमस हैं।

वजन में हल्की होने के पीछे ये है वजह

कंपनी की वेबसाइट पर हर तरह के ग्लॉक हथियारों के बारे में जानकारी दी गई है। ये हथियार दिखने में बहुत अलग तरह के नहीं होते, लेकिन कई मायनों में खास होते हैं। इसे अन्य हथियारों की तरह तैयार नहीं किया जाता, बल्कि इसे तैयार करने में पॉलीमर का इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि यह वजन में काफी हल्का होता है। दुनिया के सबसे फेमस पिस्टल्स की बात करें तो ग्‍लॉक 17 पिस्टल बहुत ही खास होती है। इस छोटे से हथियार में इतने फंक्शन होते हैं कि पुलिस हो या फौजी या फिर हर कोई इसे आत्म रक्षा की आवश्यकता हो इसे अपने पास रखना चाहता है।

मात्र तीन महीने में हुई ये पिस्टल तैयार

दूसरा विश्व युद्ध ख़त्म हो चुका था। इस युद्ध के बाद हर देश को एहसास हुआ कि वे कई मायनों में पीछे चल रहे हैं और उन्हें जल्द अपने हथियारों को अपग्रेड करना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जंग के दौरान बहुत सारे देशों के बड़े से बड़े हथियार बेकार पड़ गए थे। ऑस्ट्रिया की सेना के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। ऑस्ट्रिया भी एक बढ़िया पिस्टल की खोज में था। इसी बीच गैस्टन ग्‍लॉक नाम के ऑस्ट्रियाई इंजीनियर को सेना के लिए एक अच्छी पिस्टल बनाने का ख़्याल आया। गैस्टन ग्‍लॉक वैसे तो हथियार नहीं बनाते थे, लेकिन वे हथियारों का बिजनेस शुरू करना चाहते थे। पहले उनकी कंपनी सेना के लिए चाकू और बुलेट्स रखने वाली बेल्ट वगैरह बनाती थी। वे पिस्टल बनाने के साथ इसके बिजनेस में उतरना चाहते थे।

ग्लॉक ने कुछ हथियारों के एक्सपर्ट्स को इकट्ठा किया और उनसे कहा कि वे एक ऐसी पिस्टल बनाना चाहते हैं, जो हर जगह इस्तेमाल की जा सके। चूंकि उन्हें पॉलीमर पर बहुत ज्यादा नॉलेज थी, सो उन्होंने तय कर रखा था कि वह पॉलीमर से ही अपनी बंदूक बनाएंगे। उनका यह फैसला आगे चलकर निर्णायक साबित हुआ। वर्ष था 1979, जब महज तीन महीनों के अंदर ही उनकी टीम ने 9mm वाली ग्‍लॉक पिस्टल बनाकर तैयार भी कर दी। इसके बाद इसकी टेस्टिंग की गई तो खुशी का ठिकाना नहीं था। टीम को अंदाजा नहीं था कि उन्होंने कितनी शानदार पिस्टल बना दी है। कुछ ही महीनों में ग्‍लॉक 17 पिस्टल सबकी पसंद बन गया।

क्या है ग्लॉक पिस्टल की स्पेशिलिटीज

बात तब से शुरू होती है जब गैस्टन ग्लॉक ने अपनी इजाद की हुई पिस्टल ग्लॉक ऑस्ट्रिया सेना को दी, तो उस पिस्टल को देख कर सब हैरान थे। इससे पहले इनती शानदार और इतनी हल्की पिस्टल उन्होंने देखी नहीं थी। यह अन्य पिस्टल की तरह नहीं थी। इसमें फीचर्स भी आम पिस्टल जैसे ​नहीं थे। न ही इसमें एक्सटर्नल सेफ्टी थी।

इसकी खासियत थी कि इसकी एक मैगजीन में 17 गोलियां आती थी। यह एक सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल थी। पॉलीमर से बनने के कारण इस बंदूक को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। इसके बाद इसके जैसी हलकी, आसानी से पकड़ी जाने वाली और गर्म से गर्म वातावरण को सहने वाली पिस्टल कोई थी ही नहीं। सिर्फ इतना ही नहीं इस बंदूक का निशाना भी अचूक था। इससे चलाई गोली सीधा अपने निशाने पर जाकर लगती थी।

मजबूती में है बेजोड़

ग्लॉक कंपनी अब कई तरह के हथियार बनाने लगी है। समय के साथ इस पिस्टल में भी बहुत से बदलाव आए। अब इसमें लेजर, स्कोप, फ्लैशलाइट जैसी कई चीजें लगाईं जाती हैं। सबसे बड़ी बात है यह खराब नहीं होता। यह इतना मजबूत है कि हेलिकॉप्टर से गिराने के बाद भी इसमें कुछ नहीं होता। 1980 के दशक से लेकर आज तक ग्लॉक की पहचान और विश्वास कायम है। आज दुनियाभर के देशों में इसे बेझिझक इस्तेमाल किया जा रहा है। इसने पूरी दुनिया को दिखाया है कि क्यों यह सबकी पसंद बन चुका है।

ग्लॉक पिस्टल में ये है सुविधा

ग्लॉक 17 पिस्टल की कुछ और खूबियों के बारे में बात करें तो यह बहुत ही भरोसेमंद हथियार है। वहीं सुविधा की बात ये हैं कि इसमें 9mm की कोई भी गोलियां लग सकती है। इससे फर्क नहीं पड़ता है कि वह गोली किस बंदूक के लिए बनाई गई है। गोली अगर 9mm की है, तो ग्लोक 17 उसे बड़े ही आराम से चला सकती है। इसकी गोलियां ढूंढने में बहुत ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है। यह बहुत ही आसानी से मिल जाती है। यह कोई आम गन नहीं है।वक्त के साथ इसमें बहुत से बदलाव भी आए।एक बहुत ही भरोसेमंद पिस्टल भी है।



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Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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