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40% कर्मचारियों को राहत, इस कंपनी ने नहीं करी कटौती
एयर लाइन कंपनी गोएयर ने अपने 40 फीसदी कर्मचारियों की सैलरी दे दी है। बाकी कर्मचारियों की सैलेरी ग्रेड और डिफर्ड के आधार पर दी जायेगी।
नई दिल्ली: पूरे देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। जिसके चलते देश में पिछले डेढ़ महीने से देशव्यापी बंद जारी है। ऐसे में सिर्फ कुछ आवश्यक वस्तुओं को छोड़ कर देश में सारी सेवायें और सुविधाएं बाधित हैं। जिसके चलते एविएशन सेक्टर को तगड़ी मार झेलनी पड़ रही है। ऐसे में हर विभाग में कई कम्पनियां अपने कर्मचारियों की छटनी कर रही हैं या उनके वेतन में कटौती कर रही हैं। लेकिन इस बीच एयर लाइन कंपनी गोएयर के कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। कंपनी ने अपने 40 फीसदी कर्मचारियों की सैलरी दे दी है।
2500 कर्मचारियों को दी सैलेरी
पूरी दुनिया में जारी इस संकट के समय में सारी कंपनियों को लॉस हुआ है। जिसके चलते कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों की छटनी कर रहीं हैं तो कुछ उनके वेतन में कटौती। ऐसे में एयर लाइन कंपनी गोएयर द्वारा अपने 40 फीसदी कर्मचारियों की सैलेरी देना बड़ी ख़ुशी की बात है। वहीं कंपनी की ओर से ये भी कहा गया कि बाकी कर्मचारियों की सैलेरी ग्रेड और डिफर्ड के आधार पर दी जायेगी। इस बात की जानकारी कंपनी की प्रमोटर नुस्ली वाडिया और जेह वाडिया ने अपने कर्मचारियों को एक चिट्ठी लिख कर दी।
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गौरतलब है कि गोएयर एक बड़ी एयर लाइन कंपनी है जिसके 40 फीसदी कर्मचारियों का मतलब कि कंपनी ने कुल 2,500 कर्मचारियों को सैलरी दी है। वहीं कंपनी की और से जानकारी दी गई कि किसी को भी एयरलाइन कंपनी से नहीं निकाला गया है। वहीं ये भी बताया गया है कि कंपनी के बोर्ड, चेयरमैन और एमडी ने कोई वेतन नहीं लिया।
वित्तीय सहायता के लिए जारी है प्रयास
बिना बुकिंग के टिकट रद्द करने और टिकटों का रिफंड देने के चलते एयरालइंस कंपनियों में काफी दबाव है। लिहाजा एयरलाइंस कंपनियां कर्माचारियों के वेतन में कटौती कर रही हैं। कंपनी प्रोमोटर वाडिया की ओर से बताया कि वो वित्तीय सहायता के लिए एविएशन मिनिस्ट्री और सरकार से संपर्क बनाए हुए हैं। वाडिया ने कहा कि हम इंडियन बैंकिंग सिस्टम से वित्तीय सहायता के लिए अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन अभी तक वो इस नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं कि वो RBI की सलाह के बावजूद एयरलाइन कंपनियों को कुछ आर्थिक सहायता कैसे करें।
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वित्तीय संब्कत का जिक्र करते हुए कंपनी प्रोमोटरों की ओर से बताया गया कि एयरलाइन के पास मार्च के पहले 17 से 24 दिनों में कुछ कमाई हुई थी, लेकिन इसके बाद कमाई शून्य हो गई है। कैश की किल्लत को देखते हुए वाडिया ने कहा कि मार्च और अप्रैल का वेतन देने के लिए उनके पास दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद निर्णय लेने के सिवाय कोई चारा नहीं था। गौरतलब है कि दर्श में 25 मार्च से किसी भी तरह की हवाई उड़ाने रद्द हैं।