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Tillu Tajpuria Murder:कभी जिगरी दोस्त थे टिल्लू और जितेंद्र,जानिए कैसे हुई दुश्मनी की शुरुआत,अब तक 2 दर्जन से अधिक मर्डर
Tillu Tajpuria Murder: तिहाड़ जेल में हुए गैंगवार में कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई है। देश के इस हाई सिक्योरिटी जेल में योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर ने लोहे की रॉड से हमला करके टिल्लू ताजपुरिया की जान ले ली।
Tillu Tajpuria Murder: तिहाड़ जेल में हुए गैंगवार में कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई है। देश के इस हाई सिक्योरिटी जेल में योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर ने लोहे की रॉड से हमला करके टिल्लू ताजपुरिया की जान ले ली। पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है जबकि तिहाड़ जेल प्रशासन इसे हार्टअटैक से मौत बता रहा है। सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट में टिल्लू ताजपुरिया का नाम सामने आया था। इस शूटआउट में जज के सामने ही कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अब टिल्लू ताजपुरिया की हत्या को गोगी गिरोह की ओर से अपने आका की हत्या का बदला माना जा रहा है। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी किसी जमाने में गहरे दोस्त हुआ करते थे। 2010 में दिल्ली के कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव के दौरान दोनों के बीच रंजिश की शुरुआत हुई। इसके बाद दोनों में वर्चस्व की जंग छिड़ गई जिसमें अभी तक 25 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इस जंग की आग में अब दोनों कुख्यात गैंगस्टर भी मारे जा चुके हैं।
इस तरह हुई दोनों के बीच दुश्मनी की शुरुआत
कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी की कहानी किसी फिल्म सरीखी है। टिल्लू ताजपुरिया गांव का रहने वाला था जबकि जितेंद्र गोगी दिल्ली के अलीपुर इलाके का निवासी था। दोनों दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज में एक साथ पढ़ा करते थे। उस जमाने में दोनों के बीच काफी गहरी दोस्ती थी। दोनों प्राय: एक-दूसरे के साथ ही रहा करते थे।
2010 में कॉलेज छात्रसंघ के चुनाव के दौरान दोनों में तनातनी की शुरुआत हुई और फिर यह रंजिश में बदल गई। इसके बाद दोनों ने अपना अलग-अलग गैंग बना लिया और दोनों के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ गई। दोनों कुख्यात गैंगस्टर के बीच छिड़ी इस खूनी जंग में अब तक 25 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। दिल्ली पुलिस की जांच पड़ताल में भी इस बात का खुलासा हो चुका है कि दोनों गैंग की अदावत में अब तक तमाम लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं।
गिरफ्तारी के बाद भी वर्चस्व की जंग
दोनों कुख्यात गैंगस्टर के गिरोहों के बीच खूनी जंग की शुरुआत होने के बाद दोनों एक-दूसरे को मारने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते थे। जानकार सूत्रों का कहना है कि टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी चाहे जेल के भीतर रहे हों या बाहर, दोनों के बीच खूनी जंग में कभी कोई अंतर नहीं आया। दोनों का ही नाम जमीनों पर कब्जे और रंगदारी वसूलने में सामने आता रहा। फिर एक-दूसरे के काम में दखल देने को लेकर दोनों के बीच दुश्मनी और ज्यादा गहरी हो गई।
दोनों गिरोहों के बीच 20 से अधिक गैंगवार
दोनों कुख्यात गैंगस्टर के गिरोह में शामिल बदमाश हमेशा एक-दूसरे को मार गिराने की कोशिश में जुटे रहते थे। जानकारों का कहना है कि सितंबर 2021 में जितेंद्र गोगी के रोहिणी कोर्ट में मारे जाने से पहले दोनों गिरोहों के बीच 20 से अधिक गैंगवार हो चुकी थी जिनमें दोनों गिरोहों से जुड़े तमाम बदमाश मारे गए। सूत्रों के मुताबिक टिल्लू के काफी करीबी माने जाने वाले राजू की हत्या के बाद दोनों एक-दूसरे की जान के प्यासे बन गए थे।
रोहिणी शूटआउट के बाद और भड़की आग
2020 में 19 फरवरी को जितेंद्र गोगी और उसके साथियों ने टिल्लू गैंग का साथ देने के शक में दो युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस फायरिंग में अंचिल ठाकुर नामक युवक को 26 गोलियां मारी गई थीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद दोनों के बीच गैंगवार और गहरा हो गया था। गिरफ्तारी के बाद टिल्लू ताजपुरिया तिहाड़ जेल से ही अपना गैंग चला रहा था। सितंबर 2021 के दौरान उसने एक बड़ी घटना को अंजाम दे डाला।
रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की पेशी के दौरान वकील की ड्रेस में आए दो हमलावरों ने जज के सामने ही गीगी को गोलियों से भून डाला। इस ताबड़तोड़ फायरिंग में गोगी की मौके पर ही मौत हो गई थी। हालांकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटरों को भी मार गिराया था। इस शूटआउट ने टिल्लू ताजपुरिया का नाम सामने आया था और तभी से माना जा रहा था कि गोगी गिरोह से जुड़े हुए बदमाश इस घटना का बदला ले सकते हैं।
हत्या का बदला लेने में जुटा था गोगी गिरोह
दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर 2020 में जितेंद्र गोगी गिरोह के चार शूटरों को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस का कहना था कि ये चारों शूटर सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और उसके साथियों की हत्या करने के लिए अत्याधुनिक हथियार और बड़ी संख्या में कारतूस लेकर दिल्ली पहुंचे थे। दिल्ली पुलिस का कहना था कि साजिश को अंजाम देने से पहले ही स्पेशल सेल ने इन चारों शूटरों को दबोच लिया था।
रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद ही यह माना जा रहा था कि गिरोह से जुड़े हुए बदमाशों की ओर से जवाबी हमला किया जाएगा। इसी कारण तिहाड़ जेल में टिल्लू ताजपुरिया पर लोहे की रॉड से किए गए हमले को गोगी गिरोह की ओर से जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है।
दोनों गैंग के बीच चल रही दुश्मनी में अभी तक दो दर्जन से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं। जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद अब दूसरे गिरोह का सरगना कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया भी मारा जा चुका है। जानकारों का मानना है कि अभी आगे भी दोनों गैंग की कमान संभालने वालों के बीच गैंगवार का सिलसिला जारी रहने की आशंका है।