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अलविदा सुषमा : निधन के 1 घंटे पहले ये थे दीदी के आखिरी बोल

सुषमा स्वराज ने निधन से एक घंटे पहले पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव मामले में भारतीय वकील हरीश साल्वे को बुलाया था। हरीश साल्वे को सुषमा ने उनकी 1 रुपये की फीस देने के लिए बुलाया था।

Vidushi Mishra
Published on: 7 Aug 2019 10:00 AM IST
अलविदा सुषमा : निधन के 1 घंटे पहले ये थे दीदी के आखिरी बोल
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नई दिल्ली : भारत की पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। सुषमा को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था, लेकिन कुछ ही देर बाद उनका निधन हो गया। सुषमा स्वराज ने कभी भी अपनी जिम्मेदारी से पीछा नही छुड़ाया। डटकर हर मुश्किल का सामना करने के लिए सुषमा हमेशा तैयार रहती थी। सुषमा के शब्दों में वह ताकत थी, जो लोगों में जोश भर देती थी, और नई सीख से रूबरू कराती थी।

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निधन से पहले 1 रूपये की फीस दी

सुषमा स्वराज ने निधन से एक घंटे पहले पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव मामले में भारतीय वकील हरीश साल्वे को बुलाया था। हरीश साल्वे को सुषमा ने उनकी 1 रुपये की फीस देने के लिए बुलाया था। अपने अंतिम क्षणों में भी सुषमा अपनी जिम्मेदारी से पीछे नही हटी। आपको बता दें, हरीश साल्वे ने हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में जाधव मामले की सुनवाई के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व 1 रुपये की फीस पर किया था।

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हरीश साल्वे ने मीडिया बातचीत में बताया कि निधन से एक घंटे पहले उन्होंने सुषमा स्वराज जी से बात की थी। उन्होंने कहा, 'मैंने रात 8:50 बजे उनसे बात की। यह एक बहुत ही भाव-विभोर करने वाली बातचीत थी। उन्होंने कहा, आओ और मुझसे मिलो। जो केस आपने जीता उसके लिए मुझे आपको आपका एक रुपया देना है। मैंने कहा कि बेशक मुझे वह कीमती फीस लेने के लिए आना है। उन्होंने कहा कि कल 6 बजे आना।'

कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान ने सैन्य अदालत द्वारा जाधव को मौत की सजा सुनाने पर भारत ने आईसीजे में मामले को उठाया था। भारत ने पाकिस्तान से आईसीजे के आदेश पर तत्काल कार्रवाई करने और जाधव को कॉन्सुलर एक्सेस देने के लिए कहा था।

खुश हुई थी सुषमा स्वराज

इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के आदेश के अनुसार, पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को 'पाकिस्तानी कानून के अंतर्गत' राजनयिक पहुंच देने के लिए राजी हो गया। इस जीत पर सुषमा स्वराज ने खुशी व्यक्त की थी।

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उन्होंने ट्वीट किया था, 'जाधव मामले में मैं जी जान से अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का स्वागत करती हूं। यह भारत के लिए एक महान जीत है।' उन्होंने मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी शुक्रिया अदा किया और जबरदस्त तरीके से केस लड़ने के लिए वकील हरीश साल्वे को भी धन्यवाद कहा था।

सच्ची देश भक्त की पहचान सी छवि थी सुषमा स्वराज की। लेकिन अब वो हमारे बीच नहीं रही। किसी को उम्मीद नहीं थी कि ऐसा भी हो जाएगा। हरीश साल्वे को बुलाकर खुद दुनिया से विदा हो गई।



Vidushi Mishra

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