Google AI: अब AI से भारत में पढ़े जाएंगे डॉक्टर की लिखावट के पर्चे, गूगल और अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ हुई साझेदारी

Google AI: इस इंवेट पर भारत सरकार के केंद्रीय संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव शामिल हुए। उन्होंने AI तकनीकी के बारे में अपने विचार प्रस्तुत की।

Viren Singh
Written By Viren Singh
Published on: 19 Dec 2022 10:21 AM GMT
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Google Events (सोशल मीडिया)  

Google For India 2022 Event: अगर आप डॉक्टर के लिखे दवाई या इलाज के पर्चे को नहीं पढ़ पा रहे हैं तो डरने की कोई जरूरत नहीं है। भारत में आने वाले समय में लोगों को इससे भी छूटकारा मिल जाएगा। फिर आराम से यह पता कर सकेंगे कि डॉक्टर ने इलाज के लिए कौन सी दवा लिखी है। राजधानी दिल्ली में सोमवार को गूगल की ओर से Google इन इंडिया इवेंट का आयोजन किया गया। इस इवेंट में शामिल होने के लिए भारत के संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी पहुंचे। इसके अलावा गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी इस इवेंट पर आये।

Google इन इंडिया इवेंट मे शामिल टेक दिग्गज ने घोषणा की कि गूगल ने अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ भी पार्टनरशिप की है। गूगल इंडिया के शोध निदेशक डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि टीबी के लिए एक्स-रे स्क्रीनिंग में AI की सहायता के लिए एक परियोजना पर फर्म के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह विशेष रूप से प्रासंगिक है क्योंकि भारत में 23 लाख से अधिक लोग पीड़ित हैं। शोधकर्ताओं का लक्ष्य अस्पताल के डेटा का उपयोग करके एआई मॉडल बनाना है। इस मौके पर अपोलो हॉस्पिटल्स की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि स्वास्थ्य लाभ चाहने वाले लोगों की मदद के लिए एआई टूल्स विकसित करने के लिए गूगल के साथ साझेदारी कर रही हूं।

Google एक क्लिनिकल इंटेलिजेंस इंजन भी विकसित कर रहा है, जो AAI का उपयोग करके सामान्य बीमारियों की पहचान कर सकता है। यह वर्तमान में एआई के साथ भारत में 100,000 माताओं की सहायता कर रहा है। Google ने AI-आधारित समाधानों की खोज करने वाले एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संगठन (एनजीओ) वाधवानी को $1 मिलियन की फंडिंग की घोषणा की।

आयोजित कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एआई भारत की तकनीकी कहानी में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। कृषि, विभिन्न भाषाओं और क्रेडिट एक्सेस जैसे कई क्षेत्रों में एआई की तैनाती देखी जाएगी।

Google का वार्षिक Google for India इवेंट में कंपनी के सीईओ पिचाई ने कहा कि भारत में स्टार्ट-अप्स को ध्यान देने योग्य पैमाने मिल रहे हैं और यह कि अधिक नीतियां स्टार्ट-अप्स को पूरे देश में स्केल करने की अनुमति देने में मदद कर सकती हैं। इससे पहले, एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि रविवार रात फीफा विश्व कप फाइनल में गूगल सर्च पर 25 साल में सबसे ज्यादा ट्रैफिक देखने को मिला। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि दुनिया में हर कोई एक ही विषय की खोज कर रहा है।

कंपनी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में टाटा, गूगल के सहयोग से भारत में लगभग 30 मिलियन ग्रामीण महिलाओं को डिजिटल किया गया है। "ग्रामीण भारत में दस साल पहले, 10 में से 1 इंटरनेट उपयोगकर्ता महिलाएं थीं। आज, ग्रामीण भारत में 10 में से 4 इंटरनेट उपयोगकर्ता महिलाएं हैं।

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पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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