यश भारती न मिलने से दुखी हैं सिनेस्टार रवि किशन, नाराज नहीं

Rishi
Published on: 12 Jan 2018 11:11 AM GMT
यश भारती न मिलने से दुखी हैं सिनेस्टार रवि किशन, नाराज नहीं
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गोरखपुर : गोरखपुर महोत्सव 2018 के दूसरे दिन भोजपुरी नाईट में बतौर गेस्ट आए सिनेस्टार रवि किशन से Newstrack.com संवाददाता गौरव त्रिपाठी ने की खास बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने काफी बेबाकी से अपनी बात रखी।

रवि ने बताया कि यह गोरखनाथ बाबा की धरती है। यहां का एनर्जी लेवल काफी हाई है। मैंने 400 भोजपुरी फिल्मे की है। मेरे कुछ ऐसे डायलाग हैं, जो लोगो की जुबान पर आज भी काबिज है। और कहीं न कहीं मैं भी इसी माटी का हूं। तो आज बहुत ही अद्भुत संगम होगा।

महोत्सव के सवाल पर कहा कि इस महोत्सव में बच्चों की काफी एक्टिविटी दिखाई दी। सुबह से बच्चे यहां गन शूटिंग, गेम, नाटक रंगमंच में हिस्सा ले रहे हैं। बच्चो के कैलिबर को ज्यादा निकालने कि कोशिश की गई है। एक मंच पर फोकस हुआ। केवल मनोरंजन के लिए नहीं किया गया है। यहां पर सब कुछ है। आज भोजपुरी भी होगा।

रवि ने कहा ये बहुत अच्छा हुआ कि गोरखपुर महोत्सव शुरू हुआ। जहां ये हो रहा है वहां के यूथ के लिए मेला है। बहुत सारी जानकारियाँ हैं। मै कभी सैफई महोत्सव में इनवाईट नहीं था, और ना ही मुझे वो पुरस्कार मिला जो प्रदेश का सबसे बड़ा पुरस्कार होता है। जब की मै भी इसी माटी का भोजपुरी कलाकार हूं।

अपने दिल का दर्द सुनाते हुए उन्होंने कहा मैं ये सोचूं कि मैं भोजपुरी का हूं। मैंने 4, 5 सौ फ़िल्में की हैं। मेरी फ़िल्में राष्ट्रीय पुरस्कार लेती हैं। उसके बाद भी हमें यश भारती नहीं मिला। उससे इसकी तुलना करनी ही नहीं चाहिए।

आपको सम्मान नहीं मिला के सवाल पर कहा कि मुझे नही मालूम की आखिर क्यों नहीं मिला। मैं खुद नही समझ पाया और ना ही कभी मैंने पूछा। समय भी नही मिलता, मेरे पास वैसे भी बहुत काम होते हैं। मैं 365 दिन अपने कामों में उलझा रहता हूं।

वहीं गोरखपुर लोक सभा सीट पर होने वाले उप चुनाव में यहां से चुनाव लड़ने की चर्चा पर कहा कि मुझे अगर बाबा जी का सीएम साहब का, आला कमान का आदेश मिला तो मैं आत्मा झोक दूंगा। मैं सेवा करना चाहता हूं। सेवा करने का भाव है। मैं पूर्वांचल के चुनाव में था। भाजपा के एमसीडी के चुनाव में था। 15 से 20 दिन था। उसका परिणाम भी आप ने देखा होगा।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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