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संसद में आएगा जनसंख्या नियंत्रण बिल, रवि किशन बोले-कांग्रेस पहले लाई होती तो मेरे 4 बच्चे नहीं होते
Population Control Bill: मशहूर अभिनेता रवि किशन संसद में जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने का ऐलान किया है। संसद में इस बाबत कोई बिल न लाए जाने पर कांग्रेस को भी घेरा।
Population Control Bill: गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और मशहूर अभिनेता रवि किशन संसद में जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने का ऐलान किया है। भाजपा सांसद ने कहा कि मैं खुद चार बच्चों का पिता हूं और मुझे इस बात की पूरी जानकारी है कि परिवार बड़ा होने पर कितनी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं। उन्होंने अभी तक संसद में इस बाबत कोई बिल न लाए जाने पर कांग्रेस को भी घेरा। उन्होंने कहा कि यदि पहले ही कांग्रेस सरकार की ओर से बुलाकर इस बाबत कानून बना दिया गया होता तो मैं चार बच्चों का पिता नहीं होता।
रवि किशन ने कांग्रेस को जमकर कोसा
भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में प्राइवेट मेंबर बिल लाने की बात कही। इंटरव्यू के दौरान रवि किशन ने अपने परिवार और चार बच्चों का जिक्र भी किया। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपने शुरुआती दिनों के दौरान किए गए संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उस दौरान मुझे इंडस्ट्री में कुछ भी पैसा नहीं मिला करता था। संकट के इन दिनों के दौरान मेरे 4 बच्चे भी हुए जिनकी परवरिश में मुझे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बड़ा परिवार होने पर किसी भी इंसान को कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, इस बात की मुझे बखूबी जानकारी है।
बाद में जीवन में ठहराव आने पर मुझे बड़े परिवार को लेकर दुख भी हुआ। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कोई कानून न बनाए जाने पर उन्होंने कांग्रेस को भी घेरा। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार की ओर से इस बाबत पहले ही कानून बनाया गया होता तो मेरे चार बच्चे नहीं होते। मेरे जैसे बड़े परिवार की समस्या से जूझने वाले अन्य लोगों को भी उतनी दिक्कतें नहीं उठानी पड़तीं।
ट्रोलिंग का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार
इस कार्यक्रम के दौरान मौजूद एक और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा यदि पूर्व में कोई गलती हो गई है तो उसे सुधारने की जरूरत है। इसका यह मतलब नहीं है कि हम आगे भी गलती करते रहें। इस बाबत सभी को जागना पड़ेगा।
रवि किशन ने कहा कि उन्हें इस बात की पूरी जानकारी है कि जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में प्राइवेट मेंबर बिल लाए जाने के बाद उन्हें घेरा जाएगा और ट्रोलिंग की जाएगी। चार बच्चों को लेकर उन पर निशाना साधा जाएगा मगर वे सब का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वे ट्रोलिंग का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
आखिर क्या है टू चाइल्ड पॉलिसी का मकसद
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने भी गत जून महीने में देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लागू करने की बात कही थी। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 1.4 बिलियन से अधिक लोग रहते हैं। दुनिया में चीन के बाद भारत की आबादी सबसे ज्यादा है। 2019 का जनसंख्या नियंत्रण बिल कहता है कि प्रत्येक कपल टू चाइल्ड पॉलिसी को अपनाएंगे यानी की दो से अधिक संतान नहीं होगी। हालांकि 2022 में इसे वापस ले लिया गया था।
टू चाइल्ड पॉलिसी का मकसद शैक्षिक लाभ, मुफ्त स्वास्थ्य सेवा, बेहतर रोजगार के अवसर, होम लोन और टैक्स कट के माध्यम से इसे अपनाने को प्रोत्साहित करना है। वैसे इस पॉलिसी के खतरे भी बताए जा रहे हैं। इस कानून के बनने पर लिंग चयन और असुरक्षित गर्भपात जैसी गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है। महिलाएं अपनी जिंदगी और स्वास्थ्य को खतरे में डालकर अवैध गर्भपात के तरीकों को एक विकल्प के रूप में आजमा सकती हैं।