TRENDING TAGS :
सरकार ने कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन को मुख्य आर्थिक सलाहकार किया नियुक्त
नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया है। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस के कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन को नया आर्थिक सलाहकार बनाया गया है।
तीन साल का होगा कार्यकाल
कृष्णमूर्ति अरविंद सुब्रमण्यन का कार्यकाल 3 साल का होगा। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। अरविंद सुब्रमण्यन की जगह अपनी कृष्णमूर्ति को नियुक्त किया गया है। अरविंद सुब्रमण्यन ने इस साल जुलाई में व्यक्तिगत वजहों से मुख्य आर्थिक सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था।
यह भी पढ़ें.....बंद बूचड़खानों से छिना रोजगार, इलाके में लौटी रौनक- खुली किताबें,आमों में आऐंगे बौर
इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस में एसोसिएट प्रफेसर हैं
फिलहाल कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस में फाइनेंस के एसोसिएट प्रफेसर और सेंटर फॉर एनालिटिकल फाइनेंस के कार्यकारी निदेशक हैं। सुब्रमण्यन ने शिकागो बूथ से पीएचडी हैं और आईआईटी और आईआईएम के छात्र भी रह चुके हैं। सुब्रमण्यन की गिनती दुनिया के उच्च कोटि के बैंकिंग, कॉर्पोरेट गवर्नेंस और इकनॉमिक पॉलिसी एक्सपर्ट में होती है।
यह भी पढ़ें.....मुलायम सिंह यादव पर प्रगतिशील पार्टी ने खोला बड़ा राज, 9 को राजधानी में होगी महारैली
पूर्व में सेबी के कॉर्पोरेट गवर्नेंस की एक्सपर्ट कमेटी और आरबीआई के लिए बैंकों के गवर्नेंस का काम करने वाली कमेटी का हिस्सा होने के साथ कॉर्पोरेट गवर्नेंस और भारत में बैंकिंग रिफॉर्म्स के लिए उन्हें जाना जाता है। इन सब क्षेत्रों में उनकी सेवाओं के कारण उन्हें इस पद के लिए चुना गया है।
यह भी दे चुके हैं अपनी सेवाएं
सुब्रमण्यन वैकल्पिक निवेश नीति, प्राथमिक बाजार, माध्यमिक बाजार और रिसर्च पर बनी सेबी की कमिटी का भी हिस्सा रहे हैं। एकेडमिक करियर की शुरुआत से पहले सुब्रमण्यन न्यूयॉर्क में जेपी मॉर्गन चेज के साथ कंसल्टेंट के तौर पर काम कर चुके हैं। वह आईसीआईसीआई के एलाइट डेरिवेटिव्स ग्रुप में मैनेजमेंट रोल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
केंद्र की मोदी सरकार ने नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया है। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस के कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन को नया आर्थिक सलाहकार बनाया गया है।
यह भी पढ़ें.....कलकत्ता विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में पीजी-डिप्लोमा करने के लिए करें आवेदन
कृष्णमूर्ति अरविंद सुब्रमण्यन का कार्यकाल 3 साल का होगा। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। अरविंद सुब्रमण्यन की जगह अपनी कृष्णमूर्ति को नियुक्त किया गया है। अरविंद सुब्रमण्यन ने इस साल जुलाई में व्यक्तिगत वजहों से मुख्य आर्थिक सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था।
फिलहाल कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस में फाइनेंस के असोसिएट प्रफेसर और सेंटर फॉर एनालिटिकल फाइनेंस के कार्यकारी निदेशक हैं। सुब्रमण्यन ने शिकागो बूथ से पीएचडी हैं और आईआईटी और आईआईएम के छात्र भी रह चुके हैं। सुब्रमण्यन की गिनती दुनिया के उच्च कोटि के बैंकिंग, कॉर्पोरेट गवर्नेंस और इकनॉमिक पॉलिसी एक्सपर्ट में होती है।
यह भी पढ़ें.....सरकारी विभागों पर बिजली विभाग का 13 करोड़ का बिल बकाया
पूर्व में सेबी के कॉर्पोरेट गवर्नेंस की एक्सपर्ट कमेटी और आरबीआई के लिए बैंकों के गवर्नेंस का काम करने वाली कमेटी का हिस्सा होने के साथ कॉर्पोरेट गवर्नेंस और भारत में बैंकिंग रिफॉर्म्स के लिए उन्हें जाना जाता है। इन सब क्षेत्रों में उनकी सेवाओं के कारण उन्हें इस पद के लिए चुना गया है।
सुब्रमण्यन वैकल्पिक निवेश नीति, प्राथमिक बाजार, माध्यमिक बाजार और रिसर्च पर बनी सेबी की कमिटी का भी हिस्सा रहे हैं। एकेडमिक करियर की शुरुआत से पहले सुब्रमण्यन न्यूयॉर्क में जेपी मॉर्गन चेज के साथ कंसल्टेंट के तौर पर काम कर चुके हैं। वह आईसीआईसीआई के एलाइट डेरिवेटिव्स ग्रुप में मैनेजमेंट रोल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।