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Kolkata Doctor Case: ‘बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं’,गवर्नर बोले-राज्य में कमजोर हो रहा लोकतंत्र
Kolkata Doctor Case: राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि महिलाओं को गुंडो से डर लगता है। मौजूदा सरकार की असंवेदनशीलता के कारण यह स्थिति पैदा हुई है।
Kolkata Doctor Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले को लेकर गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पश्चिम बंगाल में महिलाओं की स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र लगातार कमजोर होता जा रहा है। उन्होंने पीड़िता की मां के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा कि मैं उनकी भावनाओं का सम्मान करता हूं। इस मामले में कानून अपना काम करेगा।
बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं
रक्षाबंधन के मौके पर राज्यपाल ने आज राजभवन में महिला नेताओं और डॉक्टर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर नाखुशी जताई। उन्होंने कहा कि राज्य का माहौल इतना खराब हो चुका है कि यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। मौजूदा सरकार ने महिलाओं को नाकाम किया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को उसके पुराने गौरव की स्थिति में वापस लाया जाना चाहिए।
गुंडों से भयभीत हैं महिलाएं
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि महिलाओं को गुंडो से डर लगता है। मौजूदा सरकार की असंवेदनशीलता के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। राज्य में लोकतंत्र कमजोर हो रहा है और यह स्थिति अब ज्यादा नहीं चल सकती। हमें यहां बेटियों की सुरक्षा की शपथ लेनी होगी। समाज ऐसा होना चाहिए जहां बेटियां खुश रहने के साथ खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। बहनों के प्रति हम अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल साबित हुए हैं।
लोगों को धमका रही है ममता सरकार
इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने भी ममता सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कोलकाता की घटना के खिलाफ आवाज उठाने वाले को ममता सरकार धमकाने में जुटी हुई है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आखिरकार ममता बनर्जी कब अपने पद से इस्तीफा देंगी। इस्तीफा देने की जगह उनकी सरकार लोगों की आवाज दबाने की कोशिश में जुटी हुई है।
घटना के खिलाफ आवाज उठाने वाले को पुलिस की ओर से तलब किया जा रहा है। उनकी ही पार्टी के सांसद सुखेंदु शेखर राय ने आवाज उठाई तो पुलिस ने उन्हें तलब कर लिया। सरकार की ओर से सबूतों को नष्ट करने का पूरा प्रयास किया गया। हाईकोर्ट की ओर से ममता सरकार के खिलाफ पहले ही असंतोष जताया जा चुका है और अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कोलकाता की घटना का संज्ञान लिया है। ऐसे माहौल में ममता बनर्जी को अब पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया है।
सोनिया गांधी की चुप्पी पर उठाए सवाल
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवण ने कोलकाता की घटना को लेकर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कोलकाता की इस घिनौनी घटना पर वे चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? उन्होंने कहा कि ममता सरकार न्याय की मांग करने वालों की आवाज दबाने की कोशिश में जुटी हुई है मगर सोनिया गांधी ने अभी तक ममता सरकार की निंदा नहीं की। सोनिया गांधी को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपना और पार्टी का रुख स्पष्ट करना चाहिए।