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लिव इन रिलेशनशिप इस्तेमाल कर फेंकने जैसा.., आखिर कोर्ट ने क्यों की ये टिप्पणी
Sharon Raj Murder Case: तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक निजी कॉलेज में साहित्य की छात्रा ग्रीष्मा और तिरुवनंतपुरम के परसाला के बीएससी रेडियोलॉजी छात्र शेरन राज के बीच एक साल तक प्रेम संबंध चला।
Sharon Raj Murder Case: केरल के नेय्याट्टिनकरा अतिरिक्त जिला सत्र न्यायालय ने प्रेमी की हत्या करने के मामले में दोषी प्रेमिका ग्रीष्मा का सजा-ए-मौत दी है। कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि अपराध की गंभीरता के मद्देनजर दोषी के उम्र पर किसी भी हालत में विचार करने की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने ग्रीष्मा के रिश्तेदार निर्मलकुमारन नायर को भी इस मामले में तीन वर्ष की जेल की सजा सुनाई है।
ग्रीष्मा ने अपने प्रेमी शेरन राज की हत्या महज इसलिए कर दी। क्योंकि वह उससे रिश्ते को खत्म करना चाह रही थी। इसलिए उसने प्रेमी शेरन को धीमा जहर देकर मार डाला। कोर्ट ने इस मामले पर कई सख्त टिप्पणियां की है। कोर्ट ने कहा है कि प्रेमी पर अब भरोसा नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने ग्रीष्मा ने प्रेमी शेरन राज को तिल-तिल कर मौत के घाट उतारा है। इससे यह संदेष मिलता है कि लवर पर अब भरोसा नहीं किया जा सकता है। आजकल के युवा लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं।
कोर्ट ने कहा कि लिव इन रिलेशनशिप को अगर हल्के में देखा जाए। तो यह इस्तेमाल कर फेंकने जैसा है। कोई भी अपने साथी को निषाना बना रहा है। इस तरह के मामलों में समाज को गलत संदेश मिल रहा है। कोर्ट ने कहा कि दोषी को किसी भी हालत में सुधारा नहीं जा सकता है। कोर्ट ने यह भी कहा कि एक क्रूर दिमाग ही प्रेमी के खिलाफ अपराध को अंजाम दे सकता है। कोर्ट ने कहा कि बार-बार अपराध करने वाले दया के हकदार नहीं हो सकता है।
इस तरह प्रेमी को सुलाया मौत की नींद
तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक निजी कॉलेज में साहित्य की छात्रा ग्रीष्मा और तिरुवनंतपुरम के परसाला के बीएससी रेडियोलॉजी छात्र शेरन राज के बीच एक साल तक प्रेम संबंध चला। इस दौरान ग्रीष्मा की शादी कहीं और तय हो गयी। जिसके बाद वह अपने रिश्ते को खत्म करना चाह रही थी। लेकिन शेरन उससे अलग नहीं होना चाहता था। जिसके लिए उसने यह खौफनाक साजिश रच डाली। उसने प्रेमी शेरन से छुटकारा पाने के लिए उसे अपने घर बुलाया और फिर कीटनाशक मिलाकर कशयम (काढ़ा) पिला दिया।
25 अक्टूबर 2022 को काढ़ा पीने के बाद शेरन की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसने काफी दर्द सहा। इसके कई अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया। 11 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग में जीत मौत की हो गयी। मरने से पहले शेरन ने अपने पिता को ग्रीष्मा के घर जाने और काढ़ा पीने की बात बतायी थी।
पहले भी मारने की कर चुकी थी कोशिश
इससे पहले भी ग्रीष्मा ने शेरन को जूस दिया था। जूस पीने के बाद शेरन को उल्टियां होने लगी थी। कोर्ट में यह पता चला कि ग्रीष्मा को इंटरनेट से पैरासीटामॉल के ओवरडोज के बारे में जानकारी हुई थी।