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Gujarat Assembly Election 2022: 2002 के दंगों पर शुरू हुआ घमासान, शाह के सबक सिखाने वाले बयान पर ओवैसी का तीखा जवाब
Gujarat Assembly Election 2022: गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नाडियाड खेड़ा में अपनी चुनावी सभा के दौरान 2002 में हुए दंगों का मुद्दा उठाया।
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात के विधानसभा चुनाव में सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के दिग्गज नेता चुनावी रण में उतरकर पार्टी प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। गुजरात के चुनावी रण में अब 2002 के दंगों की भी एंट्री हो गई है। गृह मंत्री अमित शाह के 2002 के दंगों में अशांति फैलाने वालों को सबक सिखाने के बयान पर विवाद भी पैदा हो गया है।
एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने शाह के बयान पर तीखा पलटवार किया है। ओवैसी ने बिलकिस बानो के साथ बलात्कार करने वालों को छोड़ने का मुद्दा उठाते हुए सवाल किया कि क्या इन बलात्कारियों को छोड़ना ही सबक सिखाना है? उन्होंने मुसलमानों के साथ भेदभाव का मुद्दा उठाने के साथ कांग्रेस और केजरीवाल पर भी तीखे हमले किए।
शाह ने दंगाइयों को सबक सिखाने की बात कही
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नाडियाड खेड़ा में अपनी चुनावी सभा के दौरान 2002 में हुए दंगों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कांग्रेस पर सांप्रदायिक और जातीय दंगे भड़काने का बड़ा आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दूसरे समुदायों और विभिन्न जातियों के लोगों को उकसाने का काम किया। उन्होंने गोधरा कांड के बाद गुजरात के विभिन्न इलाकों में भड़की हिंसा की घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अपराधियों को कांग्रेस से मिले समर्थन के कारण ही गुजरात में 2002 में बड़े पैमाने पर दंगे हुए।
गृह मंत्री ने कहा कि 2002 में हुई इन घटनाओं के बाद दंगाइयों को ऐसा सबक सिखाया गया कि उन्होंने अपराध का रास्ता छोड़ दिया। शाह ने कहा कि भाजपा की सरकार ने दंगों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की और इसी वजह से गुजरात में स्थायी तौर पर शांति स्थापित करने में कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से सबक सिखाए जाने के बाद दंगाई राज्य में अभी तक सिर नहीं उठा सके हैं। भाजपा ने राज्य में अखंड शांति स्थापित करने की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है।
ओवैसी ने किया तीखा पलटवार
गृह मंत्री शाह के इस बयान पर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने बिलकिस बानो के बलात्कारियों को छोड़े जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि क्या अमित शाह यही सबक सिखाने की बात कर रहे हैं? बिलकिस बानो के सामने ही उनकी तीन साल की बच्ची की हत्या कर दी गई। क्या इस घटना को अंजाम देने वालों को छोड़ देना ही सबक है?
ओवैसी ने एहसान जाफरी,बेस्ट बेकरी और गुलमर्ग सोसायटी को जलाए जाने की घटनाओं का भी जिक्र करते हुए कहा कि क्या अमित शाह इसे ही सबक सिखाए जाने की बात कर रहे हैं? ओवैसी ने कहा कि अमन तभी स्थायी होता है जब जुल्मों में इंसाफ किया जाता है। जानकारों का मानना है कि शाह की ओर से यह मुद्दा उठाए जाने के बाद अब विधानसभा चुनाव के दौरान 2002 के दंगों का मामला फिर गरमा सकता है।
कांग्रेस और आप पर भी हमला
ओवैसी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस के 27 सालों के राज में कुछ भी काम नहीं हुआ। अब 27 सालों से राज्य की सत्ता में भाजपा बनी हुई है और इसके लिए पूरी तरह कांग्रेस जिम्मेदार है। गुजरात में भाजपा की मजबूती के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि गुजरात के मतदाताओं को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के भ्रम जाल में नहीं फंसना चाहिए।
केजरीवाल को छोटा रिचार्ज बताते हुए हैदराबाद के सांसद ने कहा कि उन पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है। इस पार्टी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहा। केजरीवाल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रास्ते पर ही आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आप को भी हिंदुत्व का समर्थक बताते हुए मतदाताओं को सतर्क रहने की सलाह दी।