TRENDING TAGS :
गुजरात चुनाव : बीजेपी ने तीन पाटीदार मंत्रियों के काट दिए टिकट
नई दिल्ली : गुजरात में पहले चरण के मतदान के लिए जिन 89 सीटों पर वोट पड़ेंगे। उन पर भाजपा ने बाकी 28 उम्मीदवारों की जो घोषणा की है, उनमें तीन पाटीदार मंत्रियों का टिकट काट दिया गया है।
रोचक बात यह है कि ये तीनों पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल के करीबी मंत्री हैं। इनके नाम हैं नानू वसानी, जयंती कावडिया तथा वल्लभ बघासिया।
दूसरा पक्ष यह है कि इन मंत्रियों के चुनाव क्षेत्रों में हार्दिक पटेल का गहरा प्रभाव है। कांग्रेस के साथ हार्दिक पटेल की डील होने से भाजपा का एक बड़ा जनाधार उसके हाथ से खिसकने की बिसात बिछ गई है। पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया मंगलवार को समाप्त हो रही है। दूसरे चरण की आज से आरंभ हो गई तथा आगामी सोमवार तक चलेगी।
ये भी देखें: गुजरात : कांग्रेस के 90 उम्मीदवारों की लिस्ट, हार्दिक समर्थकों ने काटा बवाल
तीनों पाटीदार मंत्रियों के टिकट कटने की अलग-अलग वजहें गिनाई जा रही हैं। नानू वासनी को उनके बड़बोले बयानों की वजह से चुनाव नहीं लड़ाया जा रहा। ये वही मंत्री हैं जिन्होंने आरोप लगाया था कि पाटीदार आंदोलन के दौरान 14 लोगों की मौतों के लिए हार्दिक पटेल जिम्मेदार हैं।
पूर्व सीएम आनंदी पटेल की नाराजगी अब भी भाजपा के लिए भारी पड़ सकती है। हालांकि उन्हें चुनाव अभियान में अहम दायित्व गया है। उन्होंने कुछ माह पूर्व मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। वे 76 वर्ष की हैं तथा अभी भी गुजरात में भाजपा की सबसे असरदार नेताओं में गिनी जाती हैं। वे अहमदाबाद के गठलोडिया में 2012 का चुनाव 1 लाख 10 हजार वोटों के भारी अंतर से जीती थीं। उनका इस बार चुनाव मैदान में न होना भाजपा के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है। आनंदी बेन और भाजपाध्यक्ष अमित शाह के बीच इस बार 36 का आंकड़ा है। उनके समर्थक के इस चुनाव में निष्क्रिय होने की खबरें आ रही हैं। पूर्व मंत्री वासुबेन त्रिवेदी और जेके जडेजा का टिकट पहले ही काटा जा चुका है। भाजपा में इन बातों पर खुला विद्रोह देखने को मिल रहा है। जडेजा की मांग थी कि उनके बेटे को टिकट दिया जाय। भाजपा ने अब तक 115 विधायकों में से कुल 15 का टिकट काट दिया है।
ज्ञात रहे कि कांग्रेस ने बीती रविवार रात को अपने 73 उम्मीवारों के नामों की सूची घोषित कर दी थी। अब भी उसके 16 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची उम्मीदवारों के नाम पर एका न होने के कारण अटकी पड़ी है। गुजरात में 9 व 14 दिसंबर को दो चरणों में वोट पड़ेंगे।