TRENDING TAGS :
Gujarat: गांधीनगर की मेश्वो नदी बड़ा हादसा, गणेश मूर्ति विसर्जन करने आए 8 लोग डूबे
Gujarat News: सब डिविजनल मजिस्ट्रेट बीबी मोडिया ने कहा कि ग्रामीणों के एक समूह के गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए जलाशय में आने और डूबने की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया था।
Gujarat News: गुजरात के गांधीनगर जिले में शुक्रवार शाम मेशवो नदी में नहाते समय करीब 9 लोगों के डूबे गए। यह हादसा उस समय जब गणपति की मूर्ति को विसर्जित करने के लिए मेशवो नदी में आते और नहा रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस घटनास्थल पहुंचे। एसडीआरएफ की टीम नदी में डूबे हुए लोगों की खोजबीन शुरू की। देर शाम राहत बचाव में लगी टीम ने 8 लोगों के शव बरामद किया। डूबे हुए सभी लोग देहगाम तालुका के वसना सोगती गांव के रहने वाले थे।
8 लोगों की डूबने से मौते, शव हुए बरामद
गांधीनगर के डिप्टी एसपी डीटी गोहिल ने बताया कि वासना सोगाथी गांव के नौ युवक दोपहर में मेशवो नदी पर बने बांध पर भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन के लिए आए थे। यह सभी लोग नदी में नहा रहे थे, तभी डूबे गए। इन लोगों को नदी में डूबता हुआ देख स्थानीय लोगों ने बचाने का भी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। स्थानीय से इस घटना की सूचान मिली, जिसके बाद राहत बचाव का अभियान शुरू किया। अब तक 8 लोगों को शव बरामद कर लिए गए हैं।
9 लोगों की थी डूबने की आंशका
खोज और बचाव अभियान की निगरानी में लगे सब डिविजनल मजिस्ट्रेट बीबी मोडिया ने कहा कि ग्रामीणों के एक समूह के गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए जलाशय में आने और डूबने की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया था। सूचना मिलने के बाद पुलिस और दमकल कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत बचाव अभियान शुरू किया।
उन्होंने बताया कि पहले इस घटना में 9 लोगों के डूबने की खबर थी, लेकिन 8 लोगों की डूबने से मौत हुई है। इन सभी के शव बरामद कर लिये गए। जो एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा था, वह बाद में गांव में घूमता हुआ मिला। इसके बाद देर शाम तक जारी बचाव अभियान को बंद कर दिया गया। मृतक स्थानीय लोग थे जो नदी में नहाने आए थे, हो सकता है कि उन्होंने नदी की गहराई का गलत अनुमान लगाया हो, क्योंकि थोड़ी दूरी पर निर्माणाधीन चेक डैम के कारण हाल ही में इसका जल स्तर बढ़ गया है।
बता दें कि 10 दिवसीय गणेश चतुर्थी उत्सव पिछले सप्ताह शुक्रवार को शुरू हुआ। यह अनंत चतुर्दशी तक जारी रहेगा। कई लोग त्यौहार के छोटे संस्करण (व्यक्तिगत या धार्मिक प्रथाओं के आधार पर) चुनते हैं, जिसमें विसर्जन 1.5 दिन बाद या तीसरे दिन किया जाता है। अन्य विकल्पों में पांचवें दिन विसर्जन और सातवें दिन विसर्जन शामिल हैं।