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राजस्थान के अन्य जिलों में फैला गुर्जर आंदोलन, ट्रेन-बस हुई बंद

सवाई माधोपुर से शुरू हुआ गुर्जरों का आंदोलन सीकर, दौसा, झुंझुनूं, बूंदी और टोंक तक फैल गया है। जयपुर में 200 और अजमेर में 14 रोडवेज बसों का संचालन नहीं हुआ। 26 ट्रेनें रद्द हैं। 10 से अधिक ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं।

Rishi
Published on: 12 Feb 2019 2:01 PM IST
राजस्थान के अन्य जिलों में फैला गुर्जर आंदोलन, ट्रेन-बस हुई बंद
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जयपुर : सवाई माधोपुर से शुरू हुआ गुर्जरों का आंदोलन सीकर, दौसा, झुंझुनूं, बूंदी और टोंक तक फैल गया है। जयपुर में 200 और अजमेर में 14 रोडवेज बसों का संचालन नहीं हुआ। 26 ट्रेनें रद्द हैं। 10 से अधिक ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं।

सोमवार देर रात सीएम अशोक गहलोत ने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक समेत बैठक कर गुर्जर आंदोलन की रोकथाम और समाधान पर चर्चा की।

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राज्य मानवाधिकार आयोग ने कहा, आमजन में भय का माहौल है। सरकार रेल और सड़क मार्ग खुलवाने के लिए उचित कार्रवाई करे। सरकार बताए कि वर्तमान में आंदोलन में शामिल लोगों पर कितने केस दर्ज हैं। इनमें से कितनों पर दंडात्मक कार्रवाई हुई।

आयोग ने कहा, वापस लिए गए केस दोबारा शुरू करने के लिए कोई कानून है या नहीं।

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गौरतलब है कि गुर्जर आंदोलनकारियों पर पिछले 13 वर्षों में 755 केस दर्ज किए गए। इनमें से 233 सरकार ने वापस ले लिए, 162 में पुलिस ने एफआर लगा दी। 8850 को आरोपी बनाया गया।

गुर्जर आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष भूरा भगत कहते हैं, सरकार का प्रतिनिधिमंडल सकारात्मक जवाब देने की बात कह कर गया था, लेकिन अब तक कोई संदेश नहीं आया। ऐसे में अब गुर्जर समाज को अपना आंदोलन तेज करना होगा।



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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