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Haldwani Violence Update:हल्द्वानी हिंसा को लेकर एक्शन में धामी सरकार, मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, 15 दिन में मांगी रिपोर्ट
Haldwani Violence Update: घटना का आज यानी शनिवार 10 फरवरी को तीसरा दिन है। हालात में तेजी से सुधार होता नजर आ रहा है, जिसके फलस्वरूप कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई है।
Haldwani Violence Update: देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल जिले के अंतर्गत आने वाला हल्द्वानी शहर इन दिनों खबरों में है। गुरुवार 8 फरवरी की शाम अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची नगर निगम और पुलिस की टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। मदरसा और मस्जिद के जमींदोज होते ही पूरा इलाका हिंसा की आग में जल उठा। घटना का आज यानी शनिवार 10 फरवरी को तीसरा दिन है। हालात में तेजी से सुधार होता नजर आ रहा है, जिसके फलस्वरूप कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई है।
हालांकि, बनभूलपुरा इलाके में अभी भी धारा 144 लागू है, हिंसा यहीं हुई थी। नगर पुलिस अधीक्षक ने हिंसा में अब तक छह लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। कुछ गंभीर रूप से जख्मी अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, इसलिए मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। वहीं, 300 के करीब लोग जख्मी हुए हैं, जिनमें 100 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। हल्द्वानी हिंसा मामले में अब तक 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें एक दर्जन नामजद और 5 हजार अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
हिंसा की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
सीएम पुष्कर धामी ने अब पूरी घटना का मजिस्ट्रेट जांच कराने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से कुमायूं मंडल आयुक्त को भेजे पत्र में कहा गया है कि हल्द्वानी शहर के थाना बनभूलपारा और निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई घटना संवेदनशील है। इसको देखते हुए कुमायूं मंडल के आयुक्त की ओर से मस्जिट्रेट जांच पूरी कराई जाए। घटना की निष्पक्ष जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट सरकार को उपलब्ध कराया जाए।
इन इलाकों में कर्फ्यू में दी गई ढील
नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा के मुताबिक, हल्द्वानी में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। लोकल पुलिस फोर्स के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की तैनाती भी की गई है। पूरे शहर के संवेदनशील इलाकों में 1200 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। पूरे जिले में इंटरनेट अभी भी बंद है। बनभूलपुरा को छोड़कर बाकी के इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई है। नैनीताल रोड, बरेली रोड, रामपुर रोड, डहरिया, कालाढूंगी रोड, ऊंचापुल और मुखानी इलाकों में ढील दी गई है। इन इलाकों में पुलिस नाकेबंदी के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू है। अभी तक पुलिस चार लोगों को हिरासत में ले चुकी है। घटना के सीसीटीवी फुटेज की मदद से अन्य बवालियों की पहचान की जा रही है, शीघ्र उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
उत्तराखंड सीएम ने घटनास्थल का किया दौरा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हल्द्वानी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान हिंसा के दौरान जख्मी हुए पुलिस के जवानों और नगर निगम के कर्मचारियों से मुलाकात की और उनका कुशलक्षेम जाना। एक्स पर उनके साथ मुलाकात की तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, हल्द्वानी पहुंचकर बनभूलपुरा में हुई घटना में घायल महिला पुलिस दल समेत अन्य पुलिसकर्मियों, प्रशासन, नगर निगमकर्मी और पत्रकार साथियों का हाल चाल जाना। जिन लोगों ने क़ानून तोड़ा है एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उनके सारे वीडियो फुटेज और फुटप्रिंट उपलब्ध हैं। सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर, उन पर विधिसम्मत कार्रवाई की प्रक्रिया गतिमान है।
बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने हल्द्वानी की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक साजिश है। बम, देशी पिस्तौल और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया गया। सरकारी अधिकारियों और पुलिस पर हमला किया गया। दंगाईयों के विरूद्ध कोई नरमी नहीं दिखाई जानी चाहिए, उन्हें देखते ही गोली मारने के आदेश दे देना चाहिए।
हल्द्वानी हिंसा पर विपक्ष का भाजपा पर हमला
हल्द्वानी हिंसा को लेकर उत्तराखंड की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर विपक्ष हमलावर है। शुक्रवार को यह मामला लोकसभा में भी उठा। वहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए लोगों से शांति की अपील की। इस दौरान उन्होंने पुष्कर धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब इसकी पूरी जानकारी सामने आएगी तो बहुत सारे लोगों को शर्मिंदा होना पड़ेगा।
केरल से आने वाले इंडियन मुस्लिम लीग के सांसद ई टी मोहम्मद बशीर ने कल लोकसभा में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जब मैं शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करने मस्जिद गया तो वहां लोगों को रोते हुए पाया। बशीर ने कहा कि पिछले एक साल से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। इस जगह को आपने यूसीसी के लिए चुना है, इस तरह की बात से पूरा देश चिंतित है।
बता दें कि शुक्रवार को नैनीताल की डीएम वंदन सिंह ने एसएसपी के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता कर गुरुवार की घटना को लेकर कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने दावा किया कि हमले की साजिश पहले ही रच ली गई थी और घरों के छत पर पत्थर जमा किए गए थे। हिंसक भीड़ ने पेट्रोल बम से पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों पर हमला किया।
मायावती ने सरकार से की ये मांग
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र और बरेली में भड़की हिंसा पर बसपा सुप्रीमों मायावती की प्रतिक्रिया सामने आयी है। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तराखण्ड राज्य के हल्द्वानी में हुई हिंसा और उसमें जान-माल की हुई क्षति अति-चिन्तनीय। अगर सरकार, प्रशासन व खूफिया तंत्र सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था। सरकार इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए तथा अमन-चैन भी कायम करे। साथ ही, उत्तराखण्ड से लगे यूपी के जिला बरेली आदि में भी आएदिन किसी ना किसी मुद्दे को लेकर यहाँ तनाव की स्थिति बनी रहती है, जिसे समय रहते सरकार को नियन्त्रित कर लेना चाहिये ताकि यहाँ भी शान्ति व्यवस्था बनी रहे।