×

ऐसे लड़े शहीद जवान: आज शोक में पूरा देश, इस वीर की कहानी है हंदवाड़ा मुठभेड़

सफलता के बाद कर्नल आशुतोष शर्मा ने अपनी यूनिट के जवानों की काफी हौसला अफजाई की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह यूनिट मेरा घर है। मेरे सभी साथी जवान घर के सदस्य हैं।

SK Gautam
Published on: 3 May 2020 8:06 AM GMT
ऐसे लड़े शहीद जवान: आज शोक में पूरा देश, इस वीर की कहानी है हंदवाड़ा मुठभेड़
X

नई दिल्ली: एक तरफ देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है तो, वहीं देश की सीमा पर भारतीय सेना के जवान देश की रक्षा कर रहे हैं। ऐसे समय में जबकि पूरा विश्व कोरोना की महामारी की चपेट में है। पाकिस्तान द्वारा सीमा आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहा है। आये दिन सीमा पर सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है।

भारतीय सेना हरकत में आ गई और

एक ऐसी ही घटना जम्मू कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में शनिवार को घटित हुई। पता चला कि कुछ आतंकियों ने एक घर में लोगों को बंधक बना लिया है। फिर क्या था भारतीय सेना हरकत में आ गई और आनन-फानन में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू कर दी।

आमना सामना हुआ, सेना ने दो आतंकवादियों का मौके पर ही सफाया कर दिया। दुःख की बात ये रही कि इस मुठभेड़ में दो सेना के अधिकारी, सेना के दो जवान और जेके पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष शर्मा भी शामिल थे जिन्हें 2019 में सेना मेडल से सम्मानित किया गया था। जो देश के लिए शहीद हो गए।

इसके बाद का हाल सेना के एक अधिकारी ने बताया

सेना को खुफिया सूचना मिली कि आतंकवादी कुपवाड़ा जिले के चंजी मोहल्ला, हंदवाड़ा में एक घर में लोगों को बंधक बना रहे हैं, सेना और जेके पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। सेना के पांच और जेके पुलिस के एक जवान ने फंसे लोगों को निकालने के लिए उस घर में प्रवेश किया। सेना और पुलिस की टीम ने सफलतापूर्वक लोगों को निकाल लिया। हालांकि इस दौरान टीम को आतंकवादियों ने निशाना बनाया।

कर्नल आशुतोष शर्मा के साथ पांच सदस्य शहीद हो गए

इस मुठभेड़ में दो आतंकवादियों का सफाया तो कर दिया गया। लेकिन टीम के दो सेना के अधिकारी, दो सेना के जवान और एक जेके पुलिस के सब इंस्पेक्टर शहीद हो गए। उधर, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान सीओ 21-आरआर कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, पुलिस सब इंस्पेक्टर शकील काजी, एक लांस नायक और एक राइफलमैन सहित मूल टीम के सभी पांच सदस्य शहीद हो गए हैं।

उस दिन कर्नल आशुतोष शर्मा ने कहा था- मेरी यूनिट तो मेरा घर है

यह बात है तीन अप्रैल 2020 की। जब हंदवाड़ा और सोपोर में सेना द्वारा अलग-अलग ऑपरेशन चलाया गया जिसमें चार आंतकी और उनके पांच समर्थक गिरफ्तार किए गए। इनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुआ।

आतंकियों से हुई पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है।

पाकिस्तान का ये पैंतरा नया नहीं है बहुत पुराना है, ये आतंकी पाकिस्तान में बैठे आकाओं के इशारे पर काम करते हैं। उनका काम स्थानीय युवाओं को बहला-फुसलाकर आतंक की राह पर चलने को प्रेरित करना होता है। या यूं कहें कि अच्छे सपने दिखाकर बुरे रास्ते पर धकेलते हैं। इस तरह ये कुछ युवाओं को आतंकी भी बना चुके हैं। ये मॉड्यूल पाकिस्तान से हथियार मंगवाकर स्थानीय युवाओं को ट्रेनिंग देकर आतंकी बनाता है।

यह ऑपरेशन कर्नल आशुतोष शर्मा की वीरता की कहानी कहता है

हंदवाड़ा में पकड़े गए आतंकी और उनके समर्थक

1. परवेज अहमद चोपान पुत्र अब्दुल रशीद चोपान निवासी शतपुरा लंगेट (आतंकी)

2. मुदसिर अहमद पंडित पुत्र अब्दुल रहमान निवासी ईदगाह मोहल्ला लंगेट (आतंकी)

3. मोहम्मद रफी शेख पुत्र मोहम्मद एहसान शेख निवासी ईदगाह मोहल्ला लंगेट (आतंकी)

4. बुरहान मुश्ताक वानी पुत्र मुश्ताक अहमद निवासी तुलवारी लंगेट (आतंकी)

5. आजाद अहमद भात पुत्र अब्दुल रज्जाक निवासी शालपुरा लंगेट (आतंकी समर्थक)

6. अलताफ बाबा पुत्र सलीम दीन निवासी रफियाबाद बाबागुंड (आतंकी समर्थक)

7. इरशाद अहमद निवासी सिलीकूट उड़ी (आतंकी समर्थक)

हंदवाड़ा में बरामद हथियार

1. एके-47 - 3

2. एके-47 मैगजीन- 8

3. एके राउंड - 332

4. हैंड ग्रेनेड -12

5. पिस्टल- 3

6. पिस्टल मैगजीन - 6

7. पिस्टल राउंड -24

8. लश्कर आतंकी संगठन का लेटर पैड

मेरे सभी साथी जवान घर के सदस्य हैं

इस सफलता के बाद कर्नल आशुतोष शर्मा ने अपनी यूनिट के जवानों की काफी हौसला अफजाई की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह यूनिट मेरा घर है। मेरे सभी साथी जवान घर के सदस्य हैं। बता दें कि कर्नल आशुतोष शर्मा को उनकी वीरता के लिए साल 2019 में सेना मेडल से सम्मानित किया गया था।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story