TRENDING TAGS :
Harda Blast Update: हरदा पटाखा फैक्ट्री धमाका, 11 लोगों की मौत; नहीं था लाइसेंस
Harda Blast Update: दुर्घटना के बाद पता चला कि यह फैक्ट्री बिना वैध लाइसेंस और आवश्यक सुरक्षा सावधानियों के बिना चल रही थी।
Harda Blast Update: मंगलवार को मध्य प्रदेश के हरदा में एक पटाखा फैक्ट्री में भयानक धमाका हुआ। यह मंज़र दिल दहलाने वाला था। धमाका इतनी तेज़ था की आस-पास के कई घर भी इसके चपेट में आ गये। आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई और 174 लोग घायल हो गए।
नहीं है वैध लाइसेंस
इस दुर्घटना के बाद पता चला कि यह फैक्ट्री बिना वैध लाइसेंस और आवश्यक सुरक्षा सावधानियों के बिना चल रही थी। साल 2017 में फैक्ट्री मालिकों ने विस्फोटक अधिनियम के तहत लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था, तब पता चला कि फैक्ट्री बिना आवश्यक लाइसेंस के पटाखे बना रही थी। भोपाल से करीब 150 किमी दूर हरदा शहर के बाहरी इलाके में मौजूद यह फैक्ट्री बिना आवश्यक लाइसेंस के पटाखे बना रही थी। इसे सिर्फ चाइनीज पटाखे और फुलझड़ियां समेत स्टोरेज और बिक्री की परमिशन थी।
पहले भी हो चुका है विस्फोट
फैक्ट्री ने विस्फोटक अधिनियम की धारा का उल्लंघन करते हुए भी सील किए जाने के बाद पटाखे बनाने का काम जारी रखा। फैक्ट्री के गैर-परिचालन के बावजूद, 2018-19 में परिचालन फिर से शुरू किया गया और 2022 तक अपने स्टॉकिंग और बिक्री लाइसेंस को रिन्यू करवाने का प्रबंधन किया गया। इसी फैक्ट्री में तीन साल पहले हुए एक अन्य विस्फोट में एक ही परिवार की तीन महिला मजदूरों की जान चली गई थी और 2021 में भी एक दुर्घटना में 3 लोगों की मौत हो गई थी। फैक्ट्री मालिकों में से एक, राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया था, हालांकि उसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस मामले में भी साल 2022 में कारखाने का लाइसेंस रिन्यू कर दिया गया था, जिसकी वजह से फैक्ट्री में पटाखे बनाने का काम जारी रहा और ये घटना हो गयी।
मालिक समेत तीन को किया गिरफ्तार
फैक्ट्री के मालिक, राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल समेत एक अन्य व्यक्ति रफीक खान को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो पटाखा फैक्ट्री में एक बार फिर से हुए विस्फोट के मामले में शामिल हैं। इन्हें साल 2017-18 में फैक्ट्री को फिर से खोलने के लिए और हरदा जिला प्रशासन को प्रभावित करने की कोशिश के आरोपों का सामना करना पड़ा था।
विस्फोट के बाद फैला काला धुआं, घर और दुकानों में तबाही
विस्फोट के बाद पूरे क्षेत्र में काला धुआं फैल गया। धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों और दुकानों की खिड़कियां टूट गईं। फैक्ट्री से ऊंची-ऊंची लपटें और घना धुआं निकलता देखा जा सकता था। इस घटना में फैक्ट्री के आसपास के दर्जनों घर जल गए और कई वाहन भी विस्फोट से लगी आग की चपेट में आ गए। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राजधानी के हमीदिया अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और कहा, "मैंने सभी जिलों से ऐसे ही स्थानों की निरीक्षण रिपोर्ट मांगी है, हम ऐसी कार्रवाई करेंगे जो याद रहेगी।"