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हाशिमपुरा कांड : यूपी PAC के 4 जवानों ने किया सरेंडर, भेजे गए तिहाड़

वर्ष 1987 में हुए हाशिमपुरा नरसंहार मामले में पीएसी के 15 जवानों में से 4 ने गुरुवार को दिल्ली की तीस हजारी अदालत में समर्पण किया है। इसके बाद इन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया, कोर्ट ने बाकी के जवानों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। बता दें, 31 अक्टूबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में बड़ा निर्णय दिया था।

Rishi
Published on: 22 Nov 2018 12:40 PM GMT
हाशिमपुरा कांड : यूपी PAC के 4 जवानों ने किया सरेंडर, भेजे गए तिहाड़
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मेरठ : वर्ष 1987 में हुए हाशिमपुरा नरसंहार मामले में पीएसी के 15 जवानों में से 4 ने गुरुवार को दिल्ली की तीस हजारी अदालत में समर्पण किया है। इसके बाद इन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया, कोर्ट ने बाकी के जवानों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। बता दें, 31 अक्टूबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में बड़ा निर्णय दिया था। अदालत ने निचली अदालत के उस निर्णय को पलट दिया था, जिसमें इन जवानों को बरी किया गया था। हाईकोर्ट ने सभी को दोषी करार देते हुए उम्रकैद सुनाई थी।

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क्या है हाशिमपुरा कांड

फरवरी 1986 में केंद्र सरकार ने बाबरी मस्जिद के ताले खोलने का आदेश दिया, तो वेस्ट यूपी में माहौल गरमा गया। इसके बाद 14 अप्रैल 1987 से मेरठ में धार्मिक उन्माद शुरू हुआ। कई लोगों की हत्या हुई, तो दुकानों और घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। हत्या, आगजनी और लूट की वारदातें होने लगीं। इसके बाद भी मेरठ में दंगे की चिंगारी शांत नहीं हुई थी। इन सबको देखते हुए मई के महीने में मेरठ शहर में कर्फ्यू लगाना पड़ा और शहर में सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला।

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गोली मारने के बाद गंग नहर में फेंका

इसी बीच 22 मई 1987 को पुलिस, पीएसी और मिलिट्री ने हाशिमपुरा मोहल्ले में सर्च अभियान चलाया। आरोप है जवानों ने यहां रहने वाले किशोर, युवक और बुजुर्गों सहित कई 100 लोगों को ट्रकों में भरकर पुलिस लाइन ले गई। शाम के वक्त पीएसी के जवानों ने एक ट्रक को दिल्ली रोड पर मुरादनगर गंग नहर पर ले गए थे। उस ट्रक में करीब 50 लोग थे। वहां ट्रक से उतारकर जवानों ने लोगों को गोली मारने के बाद एक-एक करके गंग नहर में फेंका दिया गया। इस घटना के बाद करीब 8 लोग सकुशल बच गए थे। जिन्होंने बाद में थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद हाशिमपुरा कांड पूरे देश में चर्चा का विषय बना।

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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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