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#CycloneVardah: हाई अलर्ट पर आंध्र-तमिलनाडु, मच सकती है भारी तबाही
चक्रवातीय तूफान वरदा के सोमवार की दोपहर तक आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम तट पर पहुंचने के आसार हैं। तूफान की आशंका के कारण आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के मछुवारों को शनिवार से ही समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
हैदराबाद: चक्रवातीय तूफान वरदा के सोमवार की दोपहर तक आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम तट पर पहुंचने के आसार हैं। तूफान की आशंका के कारण आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के मछुवारों को शनिवार से ही समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। आंध्रप्रदेश और नॉर्थ तमिलनाडु के तटीय इलाके हाई अलर्ट पर हैं। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने वरदा के मद्देनजर अपनी यूइई और कुवैत की ट्रिप कैंसिल कर दी है। उन्होंने प्रशासन को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री और नकद रुपयों की व्यवस्था करने को कहा है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने बताया कि वरदा के मद्देनजर मछुआरों को अगले 2 दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। रीजनल मीटिअरोलॉजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु राज्यों के अलावा पुड्डुचेरी में भी ज्यादातर जगहों पर रविवार शाम से भारी बारिश हो सकती हैं। साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं। 90 से 100 किमी/घंटे की स्पीड से हवा चलने की आशंका है। आंध्र के 6 जिलों में 190मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।
वरदा तूफान के चलते प्रकाशम, नेल्लोर, चित्तूर जिलों में बारिश हो सकती है। तूफान के खतरों से निपटने के लिए विजयवाड़ा में कंट्रोल रूम ओपन कर दिया गया है। पांच एनडीआरएफ टीम को अलर्ट रखा गया है। तूफान को लेकर निगरानी की जा रही है। तटीय इलाके के लोगों से सुरक्षित जगहों पर चले जाने की अपील की गई है।
इंडियन मीटिअरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) के मुताबिक, वेस्ट-सेंट्रल और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवात वरदा 11 किमी/घंटे की स्पीड से वेस्ट की ओर आगे की तरफ बढ़ गया है। मौजूदा वक्त में यह नेल्लोर के साउथ-साउथईस्ट से 520 किमी, मछलीपट्टनम के ईस्ट-साउथईस्ट से 490 किमी जबकि चेन्नई के ईस्ट-नॉर्थ ईस्ट से 480 किमी दूरी पर है।
रविवार शाम तक चक्रवात की यही तीव्रता बने रहने के आसार हैं। इसके बाद यह साउथ आंध्रप्रदेश कोस्ट और नॉर्थ तमिलनाडु कोस्ट की ओर बढ़ेगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना वरदा जल्द ही और प्रभावी होते हुए भीषण चक्रवात का रूप ले सकता है। इस सिस्टम के असर से अंडमान-निकोबार में बीते 2-3 दिनों से भारी बारिश हो रही है। साउथ ओडीशा और छत्तीसगड़ के भी साउथ इलाकों में बारिश हो सकती है।
मालूम हो कि 7 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दवाब के क्षेत्र के कारण यह तूफान अंडमान द्वीप के पास पैदा हुआ। वरदा इस साल बंगाल की खाड़ी में पैदा होने वाला चौथा प्रमुख चक्रवातीय तूफान है।