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हिमाचल चुनाव : जो कभी हमकदम थे, आज वो गैरों के हम प्याला हो गए

Rishi
Published on: 23 Oct 2017 2:55 PM GMT
हिमाचल चुनाव : जो कभी हमकदम थे, आज वो गैरों के हम प्याला हो गए
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शिमला : इस विधानसभा चुनाव में नेताओं को विरोधियों के साथ ही अपनों से भी जंग लड़नी पड़ रही है। जो कभी हमकदम थे, आज वो गैरों के हम प्याला हो गए। ये सिर्फ किसी एक नेता का दर्द नहीं है। बल्कि कांग्रेस बीजेपी दोनों के कद्दावर नेता अपनी राजनैतिक जमीन अपनों से सी बचाने की जुगत में लगे हैं। शिमला ग्रामीण, सुजानपुर और नगरोटा बगवां में अपने ही रास्ता रोकने के लिए अड़े हुए हैं।

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पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के करीबी रहे राजेंद्र राणा अब उनके ही खिलाफ सुजानपुर विधानसभा में ताल ठोक रहे हैं। जब सूबे में बीजेपी सरकार थी उस समय राजेंद्र राणा सीएम प्रेम कुमार धूमल के मीडिया सलाहकार थे। पूर्व क्या वर्तमान सीएम वीरभद्र सिंह के भी करीबी प्रमोद शर्मा बीजेपी के टिकट पर उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ मैदान में हैं।

नगरोटा बगवां में परिवहन मंत्री एवं कांग्रेस प्रत्याशी जीएस बाली के करीबी अरुण कुमार उनके ही खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।

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शिमला ग्रामीण सीट से बीजेपी ने जिन प्रमोद शर्मा को मैदान में उतारा है, वो हाल तक कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में गिने जाते रहे हैं। एक समय सीएम वीरभद्र सिंह प्रमोद शर्मा को टिकट देने के लिए पार्टी पर दवाब भी बना रहे थे। लेकिन अब शर्मा उनके ही बेटे के खिलाफ चुनावी दंगल में उतर आए हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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