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इस्तीफे की खबर को CM Sukkhu ने किया खारिज, बोले- भाजपा लोकतंत्र की हत्या पर उतारू, पांच साल चलेगी सरकार
Himachal political Crisis:राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद बुधवार को हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देते हुए उन्होंने सीएम पर कड़ा प्रहार करते हुए अपमानित करने का आरोप लगाया है।
Himachal political Crisis: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद प्रदेश की सरकार में उथल पुथल का दौर शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की वजह पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी की हार के बाद कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व एक्शन मूड में आ गया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बात की है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस्तीफा देने की मांग कर सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री अपने इस्तीफे देने की खबर को सोशल मीडिया पर खुद ही खंडन कर दिया और मीडिया से जल्दबाजी में अफवाहें वाले खबरें न चलाने का अनुरोध किया।
सुक्शू ने कहा, इस्तीफा की खबरें निराधार
इस्तीफा देने की चल रही खबर के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफे की खबरें निराधार हैं। कांग्रेस हाईकमान की तरफ से नियुक्त पर्यवेक्षक अभी शिमला नहीं पहुंचे हैं। विपक्ष की ओर से फैलाई जा रही अफवाहों पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है। पार्टी हाईकमान का विश्वास पूरी तरह कायम है।
पांच साल तक चलेगी सरकार
उन्होंने आगे कहा कि मैं मीडिया के सभी वरिष्ठ साथियों से अनुरोध करता हूं कि वे बेबुनियाद खबरें चलाने से बचें, क्योंकि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने में उतारू है।। उन्होंने कहा कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया है। बीजेपी के कई विधायक हमारे संपर्क मे हैं। पांच साल तक हमारी सरकार चलेगी।
नेता प्रतिपक्ष का कहना, सीएम ने दे दिया इस्तीफा
वहीं नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। जबकि कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने इस बयान को नकार दिया है। विधायक सिंह का कहना है कि सीएम अपने चैंबर में बैठे हैं। उनके कार्यालय से बताया गया है कि यह महज अफवाह है कि सीएम ने इस्तीफा दिया है।
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिया इस्तीफा
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद बुधवार को हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विक्रमादित्य सिंह विधानसभा में शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह एक प्रमुख कांग्रेस नेता हैं, वह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। सिंह ने यह कदम प्रदेश कांग्रेस के भीरत आंतरिक विभाजन को उजागर के बाद उठाया।
मुझे अपमानित किया गया
एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, सिंह ने कहा: “मैंने हमेशा नेतृत्व और सीएम का सम्मान किया है और उचित अनुशासन के साथ सरकार चलाने में योगदान दिया है। मैं आज अपनी सराहना नहीं कर रहा हूं। कुछ हलकों से कैबिनेट मंत्री के रूप में मेरे कामकाज में मुझे अपमानित करने का प्रयास किया गया… मैं सीएम का सम्मान करता हूं लेकिन मंत्रिपरिषद के बीच समन्वय होना चाहिए… यह विश्वास का उल्लंघन है, जिसके कारण ऐसा हुआ है। हम आज कहां खड़े हैं।
आपत्तियों के बाद भी सरकार को दिया समर्थन
उन्होंने कहा कि मैं अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री और राज्यपाल को सौंप रहा हूं। कुछ हलकों से मुझे अपमानित करने और कमजोर करने की कोशिश की गई और आपत्तियों के बावजूद मैंने सरकार का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की घटना को मैंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाद्रा और राहुल गांधी को स्थिति से अवगत करा दिया गया है। अब फैसला उन्हें लेना है।