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हिमाचल में तलाशे जा रहे नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन

raghvendra
Published on: 15 Jun 2018 6:52 AM GMT
हिमाचल में तलाशे जा रहे नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन
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शिमला: हिमाचल प्रदेश में 113 स्थलों को ईको पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। इनमें पांच स्थलों को सार्वजनिक निजी सहभागिता आधार पर, 16 को राज्य वन विभाग तथा 47 स्थलों को हिमाचल प्रदेश राज्य वन निगम को इकोलॉजिकल पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के लिए दिया गया है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि इसके अलावा प्रकृति के आंचल में सैलानियों के ठहरने के लिए लॉग-हट्स का निर्माण कर 25 नए गंतव्यों को विकसित किया जाएगा। तीन ईको पर्यटन हब्स विकसित किए जाएंगे जबकि 10 जगहों को एडवेंचर टूरिज्म की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 31 ईको पर्यटन सर्किट तैयार कए गए हैं और इन्हें स्वीकृति के लिए केन्द्र को भेजा जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा है कि राज्य में प्राकृतिक पार्कों तथा हर्बल बागानों को विकसित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य में ईको पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के लिए 50 वन विश्राम गृहों को उपयोग में लाया जा रहा है। पर्यटन क्षेत्र के लिए बजट में पहली बार 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्य में नए पर्यटन स्थलों का पता लगाने के लिए एक नई योजना ‘नई राहें, नई मंजिलें’ तैयार की गई है। प्रदेश में ऐसे कई पर्यटन स्थल हैं, जो आज भी पर्यटकों से अछूते हैं। उन सभी स्थलों को जल्द नई राहें, नई मंजिल योजना में शामिल किया जाएगा, ताकि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को नए पर्यटन स्थल मिल सके।

क्या होगा इको पर्यटन में

ईको पर्यटन में ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, रिवर राफ्टिंग, स्कीइंग, हैली स्कीइंग, कैम्पिंग, पवर्तारोहण, बर्ड वॉचिंग जैसे अनेक घटक शामिल किए जा सकते हैं। इससे राज्य के भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों का बोझ भी कम होगा।

52 हेलीपैड बनेंगे

हिमाचल में 52 जगहों पर हेलीपैड बनाए जाएंगे। उसका उद्देश्य पर्यटन विकास के अलावा आपदा के समय बचाव व राहत कार्यों के लिये इस्तेमाल है। इससे राज्य की दुर्गम तथा ठेठ ग्रामीण इलाके भी हवाई सुविधा से जुड़ सकेंगे। आपदा प्रबंधन निदेशालय और सीएम ऑफिस के विशेष दल ने संभावित स्थलों का चयन कर यह सूची सरकार को सौंपी है। इस आधार पर अब राज्य के हर ब्लॉक में हेलिपैड का निर्माण होगा।

हिमाचल में हेलि एंबुलेंस सेवा के लिए राज्य सरकार तथा मनाली की निजी संस्था के बीच एमओयू भी हुआ है। इसके अलावा राज्य सरकार चंडीगढ़-शिमला में मिली कामयाबी के बाद रोहतांग दर्रे में ज्वॉय राइडिंग आरंभ कर रही है। इसी कड़ी में धर्मशाला, त्रियुंड, डलहौजी, खजियार और चंबा के लिए हेलि टैक्सी सेवा शुरू करने का भी इरादा है। हेलिपैड बनने से भरमौर से लेकर किन्नौर तक, खजियार से लेकर मनाली तक प्रदेश का हर पर्यटन क्षेत्र सैलानियों के लिए सुविधाजनक हो जाएगा। इसके अलावा आपदा के दौरान भी इन हेलिपैड सेवाओं का लाभ मिलेगा। प्रदेश में बरसात के मौसम में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हर साल भारी तबाही मचती है।

साइकिल के लिए तैयार होंगे ट्रैकिंग रूट

हिमाचल के ट्रैक रूटों की हालत भी सुधारी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कुल्लू - मनाली सहित अन्य जिलों में ट्रैकिंग रूट पर लगातार सैलानियों की संख्या बढ़ रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए वन विभाग के माध्यम से सभी रास्तों की मरम्मत की जाएगी।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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