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Mughal Garden: मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान, जानें क्या है इसका इतिहास, फूलों के नाम जानकर हो जाएंगे हैरान

Mughal Garden History: मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान हो गया। जानिए मुगल गार्डन का क्या इतिहास है?

Krishna Chaudhary
Published on: 29 Jan 2023 9:13 AM GMT
Amrit Udyan
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Amrit Udyan (Image: Social Media)

Amrit Udyan: अपने दूसरे कार्यकाल के चौथे साल में मोदी सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक और मशहूर स्थल का नाम बदल दिया है। 340 कमरों वाले भव्य राष्ट्रपति भवन की खूबसूरती में चार चांद लगाने वाले मुगल गार्डन का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' कर दिया गया है। इससे पहले पिछले साल यानी सितंबर 2022 में राजपथ (किंग्सवे) का नाम बदलकर 'कर्तव्य पथ' किया गया था। बीजेपी के कई नेता 100 साल पुराने गार्डन का नाम बदले जाने के फैसले की तारीफ कर रहे हैं। वहीं, विपक्ष सरकार पर इसे लेकर हमलावर है।

क्या है मुगल गार्डन का इतिहास?

15 एकड़ में फैले मुगल गार्डन को डिजाइन अंग्रेज वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियन्स द्वारा किया गया था। सेंट्रल दिल्ली का वो इलाका जिसे आज भी लुटियंस कहते हैं, इसे इसी वास्तुकार ने बसाया था। अंग्रेजों ने जब ब्रिटिश भारत की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली शिफ्ट करने का निर्णय लिया था, तब लुटियन्स ने ही दिल्ली में रायसीना की पहाड़ियों को काटकर वायसराय हाउस बनाया, जो भारत के आजाद होने के बाद राष्ट्रपति भवन बना।

वायसराय हाउस बनाने के दौरान ही इसके सामने एक गार्डन की परिकल्पना भी की गई थी। सर लुटियन्स ने 1917 में गार्डन का डिजाइन तैयार किया था। हालांकि, बाग में प्लांटेशन का काम साल 1928-29 में शुरू हुआ। राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह मुगल गार्डन जम्मू कश्मीर के मुगल गार्डन, ताजमहल के आस-पास के बागों, भारत और पर्सिया (ईरान) की मिनियेचर पेंटिंग से प्रेरित है। यहां लगी घास गार्डन के निर्माण के दौरान ही कलकत्ता से लाई गई थी।

हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं गुलाबों के नाम

अमृत उद्यान में 138 तरह के गुलाब, 10 हजार से अधिक ट्यूलिप बल्ब और 70 अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 5 हजार मौसमी फूलों की प्रजातियां हैं। उद्यान में गुलाबों के नाम कई चर्चित हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं। जैसे मदर टेरेसा, जवाहर, राजाराम मोहन राय, क्वीन एलिजाबेथ, जॉन एफ केनेडी, अब्रॉहम लिंकन इत्यादि।

बता दें कि देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अमृत उद्यान को पहली बार देश के आम लोगों के लिए खुलवाया था। तब से आज तक हर साल बसंत ऋतु में इसे जनता के लिए खोला जाता है। इस साल भी 31 जनवरी को इसे खोल दिया जाएगा। 26 मार्च 2023 तक आम लोग यहां घूमने आ सकेंगे। इस दौरान गार्डन सभी सोमवार और होली वाले दिन बंद रहेगा।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During her career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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