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Kashmiri Hindu: कश्मीरी हिंदुओं की टारगेट किलिंग पर एक्शन में अमित शाह, उच्चस्तरीय बैठक में बनेगी रणनीति

टारगेट किलिंग की इन घटनाओं में हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाए जाने पर गृह मंत्रालय ने कड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है। इसी सिलसिले में गृह मंत्रालय की ओर से 3 जून को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 1 Jun 2022 10:09 PM IST
Amit Shah
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अमित शाह (फोटो-सोशल मीडिया)

Target Killings in Kashmir: कश्मीर में टारगेट किलिंग (Target Killing in Kashmir) की बढ़ती घटनाओं के बाद गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) एक्शन में आ गए हैं। हाल के दिनों में घाटी में आतंकियों ने कई कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को निशाना बनाया है। इसे लेकर कश्मीर में जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। इन आतंकी घटनाओं को गृह मंत्रालय (home Ministry) ने काफी गंभीरता से लिया है। घाटी में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए नए सिरे से रणनीति बनाने की तैयारी है।

कश्मीर में आतंकवाद की बढ़ती चुनौतियों का सामना करने के लिए गृहमंत्री शाह ने 3 जून को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Jammu and Kashmir Lieutenant Governor Manoj Sinha) भी हिस्सा लेंगे। जम्मू-कश्मीर और सुरक्षा एजेंसियों के अफसरों को भी इस बैठक में तलब किया गया है। बैठक में अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी। जानकारों का कहना है कि घाटी में आतंकी घटना के कारण हिंदुओं में बढ़ती नाराजगी के बाद यह बैठक बुलाई गई है।

टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ीं

गृह मंत्रालय (home Ministry) के सूत्रों का कहना है कि घाटी में टारगेट किलिंग की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। मई महीने के दौरान टारगेट किलिंग की सात घटनाएं हुई हैं और इन घटनाओं में तीन पुलिसकर्मी और 4 नागरिकों की जान गई है। मंगलवार को आतंकियों ने कुलगाम के एक स्कूल में घुसकर हिंदू शिक्षिका रजनी बाला को गोलियों से भून दिया था। सुबह रजनी बाला के पति ने उन्हें स्कूल छोड़ा था और स्कूल के अंदर घुसने के बाद घात लगाकर बैठे आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए उनकी जान ले ली। इसके पहले आतंकियों ने 12 मई को कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट को बडगाम की चाडूरा तहसील के दफ्तर में गोलियों से भून दिया था।

शाह की बैठक में बनेगी रणनीति

टारगेट किलिंग की इन घटनाओं में हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाए जाने पर गृह मंत्रालय ने कड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है। इसी सिलसिले में गृह मंत्रालय (home Ministry) की ओर से 3 जून को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में उपराज्यपाल के अलावा केंद्र शासित प्रदेश के अन्य उच्च अधिकारी और गृह मंत्रालय (home Ministry) के अफसर हिस्सा लेंगे। गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में सुरक्षा की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।

हिंदू कर्मचारियों की पोस्टिंग सिर्फ मुख्यालयों पर

इस बीच जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग को रोकने के लिए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अब कश्मीर घाटी में काम करने वाले सभी हिंदू कर्मचारियों को सिर्फ जिला मुख्यालयों में ही तैनात किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के सरकारी कर्मचारियों की ओर से लगातार यह मांग की जा रही थी कि उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पोस्टिंग दी जाए। इसके बाद प्रशासन की ओर से यह बड़ा फैसला किया गया है।

इस बाबत आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सभी कर्मचारियों को 6 जून तक सुरक्षित स्थानों पर पोस्टिंग दे दी जाएगी। कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए एक ईमेल आईडी भी बनाने का फैसला किया गया है। इस ईमेल आईडी पर कर्मचारी अपनी समस्याओं की जानकारी दे सकते हैं और उनकी समस्याओं के तत्काल निदान की व्यवस्था की जाएगी। किसी भी शिकायत पर तुरंत एक्शन न लेने वाले अफसरों पर भी कार्रवाई करने का फैसला किया गया है।

टारगेट किलिंग पर केजरीवाल ने जताई चिंता

उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को निशाना बनाए जाने पर चिंता जताई है। उन्होंने मांग की कि कश्मीर में सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए जाने चाहिए ताकि कश्मीरी पंडितों को आतंकियों का निशाना बनने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि आतंकी संगठनों ने जम्मू कश्मीर के सांप्रदायिक सौहार्द को खत्म करने की साजिश रची है और इसी कारण हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन और गृह मंत्रालय को घाटी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए।



Deepak Kumar

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