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Honey Trap Girl: पाक ने खूबसूरत लड़कियों को बनाया हथियार, जानें कैसे फंस रहे जवान

Honey Trap Girl: आईएसआई ने भारतीय सेना जवानों को जाल में फंसाकर उनसे संवेदनशील जानकारियां हासिल करने के लिए खूबसूरत लड़कियों का एक नेटवर्क बनाया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 6 Sept 2022 7:42 PM IST (Updated on: 6 Sept 2022 7:44 PM IST)
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Honey Trap Girl Attack Pak made beautiful girls (Photo - Social Media)

Honey Trap: पिछले कुछ सालों में भारतीय सेना के कई जवान (Indian Army Jawan) पाकिस्तान को सेना से जुड़ी अहम जानकारियां पास ऑन करने के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसे लेकर सेना चिंतित है। अधिकतर जवानों को गिरफ्तार किए जाने के बाद जब जांच पड़ताल की गई तो पैटर्न एक जैसा दिखा। तब जाकर पता चला कि इस पूरे खेल के पीछे पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) है।

इसने भारतीय सेना (Indian Army) जवानों को जाल में फंसाकर उनसे संवेदनशील जानकारियां हासिल करने के लिए खूबसूरत लड़कियों का एक नेटवर्क बनाया है। जो इंडियन आर्मी के जवानों को फांस कर उनसे खुफ़िया और संवेदनशील जानकारियां इकट्ठा कर पाक खुफिया एजेंसी तक पहुंचाती हैं। अब तक कई भारतीय सेना के जवान हनी ट्रैप (Honey Trap Attack) में फंसकर सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।

लड़कियों को दी जाती है पूरी ट्रेनिंग

सीमापार से घुसपैठ कम होने और आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी के कारण पाकिस्तान के लिए भारत में जासूसी के काम को अंजाम देना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में उसने पिछले कुछ सालों में हनी ट्रैप को अपना सबसे बड़ा हथियार बना लिया है। पाकिस्तान सोशल मीडिया (Pakistan Social Media) पर खूबसूरत लड़कियों को तैयार करता है कि किस तरह हनी ट्रैप के जरिए भारतीय सेना के जवानों को फंसाया जाए। ये महिलाएं फिर फेसबुक, वाट्सऐप, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉमों के माध्यम से सेना के जवानों से दोस्ती करती हैं। इसके बाद जवानों के साथ पहले समय देती हैं, लंबी – लंबी बातचीतों के जरिए उन्हें अपनी तरफ आकर्षित करती हैं और विभिन्न पैंतरे आजमा कर उनका भरोसा जीतने में कामयाब हो जाती है।

इसके बाद वो भारतीय जवान से बंदूकों, टैंकों और लड़ाकू विमानों की तस्वीरें मांगती हैं। इसके बाद धीरे – धीरे बात गोपनीय दस्तावेजों तक पहुंच जाती है। कई बार पाक खुफिया एजेंसी इन संवेदनशील जानकारियों के आधार जवानों को ब्लैकमेल भी करने लगते हैं। जवान जब तक कुछ समझ पाते हैं, तब तक काफी देर हो चुकी होती है और वह अपनी ही देश की सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ जाते हैं। फिर देश की सेवा के लिए वर्दी पहनने वाला जवान देश के साथ गद्दारी करने के आरोप में सलाखों के पीछे पहुंच जाता है।

राजस्थान से गिरफ्तार दो जवानों की एक कहानी

राजस्थान में पोस्टेड सेना के दो जवान पश्चिम बंगाल के ले शांतिमय राणा और उत्तराखंड के प्रदीप कुमार को इसी साल जुलाई और अगस्त में पुलिस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। दोनों पर सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां सीमा पार भेजने के आरोप है। सेना के मुताबिक, दोनों जवान हनी ट्रैप के शिकार हुए हैं और इनकी कहानी भी लगभग एक जैसी है। दोनों से पाकिस्तानी महिलाओं ने अपनी फर्जी पहचान बताकर संपर्क स्थापित किया था और फिर उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाकर उन्हें बर्बाद कर दिया।

इस तरह की घटनाओं की बढती आवृति से भारत सरकार चिंतित है। दिसंबर 2020 में भारतीय सेना द्वारा ऐसे 150 पाकिस्तानी सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहचान की गई थी, जिसका इस्तेमाल जवानों के हनी ट्रैप के लिए किया जाता था। इसके अलावा सरकार के निर्देश पर सेना के जवानों से अपने मोबाइल से फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत 85 ऐप को हटाने के लिए कहा गया था। इनमें कई डेटिंग ऐप्स भी शामिल थे।



Deepak Kumar

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